टैरिफ के झटके से उछला बाजार, सोने ने तोड़ा अब तक का रिकॉर्ड
Gold Surges After Trump Tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के टैरिफ फैसले का असर अब भारत के बाज़ार में दिख रहा है। दिल्ली में सोने के दाम 3,600 रुपए उछल गए हैं। जानकारों का कहना है कि कीमतें अभी और बुलंदियों को छू सकती हैं।

Business News: अमेरिका के सदर डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50 फ़ीसदी टैरिफ का ऐलान किया। इसका सीधा असर सर्राफा बाज़ार पर पड़ा। दिल्ली के स्पॉट मार्केट में गोल्ड के रेट में जबरदस्त उछाल आया। निवेशकों ने डर के मारे गोल्ड को पनाहगाह बना लिया। यही वजह है कि सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं। जानकार इसे ट्रेड वॉर की पहली हलचल मान रहे हैं।
दिल्ली में बना नया रिकॉर्ड
स्पॉट मार्केट में 99.9% प्योरिटी वाले गोल्ड का रेट 3,600 रुपए बढ़कर 1,02,620 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया। यह अब तक का सबसे ऊंचा भाव है। बुधवार को यही सोना 99,020 रुपए था। 99.5% प्योरिटी वाले सोने का रेट भी 1,02,200 रुपए तक पहुंच गया। राजधानी के सर्राफा बाज़ार में इसे लेकर बेचैनी का माहौल है। दुकानदार भी अब स्टॉक संभालकर बेच रहे हैं।
चांदी भी नहीं रही पीछे
सोने के साथ-साथ चांदी ने भी उड़ान भर ली है। गुरुवार को सफेद धातु का रेट 1,500 रुपए बढ़कर 1,14,000 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया। पिछले दिन यही रेट 1,12,500 रुपए था। विश्लेषकों का कहना है कि चांदी की यह तेजी भी निवेशकों की घबराहट दिखा रही है। ट्रंप के फैसले ने बाज़ार में अनिश्चितता की फिज़ा बना दी है।
MCX पर भी सुनहरा धमाका
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर भी गोल्ड के रेट आसमान पर हैं। अक्टूबर डिलीवरी वाले कांट्रैक्ट्स 893 रुपए चढ़कर 1,02,155 रुपए पर पहुंच गए। दिसंबर डिलीवरी के लिए रेट 1,03,047 रुपए तक चला गया। चांदी के भी सभी डिलीवरी रेट्स में 1,500 रुपए तक की बढ़त दर्ज हुई। विदेशी बाजार में भी इसी तरह का जोश देखा जा रहा है।
न्यूयॉर्क में भी बढ़ा भाव
न्यूयॉर्क में सोना 9.76 डॉलर चढ़कर 3,379.15 डॉलर प्रति औंस हो गया। अंतरराष्ट्रीय मार्केट में गोल्ड की कीमतें 3,375 डॉलर से ऊपर स्थिर बनी रहीं। डॉलर इंडेक्स में कमजोरी से सोने को सपोर्ट मिला। विदेशी निवेशकों ने भी गोल्ड को ‘महफूज़’ समझते हुए भारी खरीदारी की। चांदी का रेट भी वहां 1.37 प्रतिशत उछल गया।
क्या और चढ़ेगा सोना?
कमोडिटी एक्सपर्ट्स का मानना है कि ट्रंप की धमकी अभी रुकी नहीं है। वह चिप्स के आयात पर 100% ड्यूटी लगाने की बात कर रहे हैं। इससे ट्रेड वॉर और गहरा सकता है। साथ ही फेड चेयरमैन की नियुक्ति से ब्याज दरों की दिशा तय होगी। अगर कटौती होती है तो गोल्ड में और तेजी तय है। भारत में त्योहारी सीजन से पहले यह चिंता बढ़ा रहा है।
निवेशकों के लिए क्या सलाह
विशेषज्ञों का कहना है कि जो पहले से गोल्ड में निवेश कर चुके हैं, उन्हें फिलहाल होल्ड करना चाहिए। नए निवेशक थोड़ा इंतज़ार करें क्योंकि मौजूदा तेजी अल्पकालिक भी हो सकती है। ट्रंप की हर नई घोषणा बाज़ार को हिला रही है। इसलिए निवेश से पहले हालात का मुआयना जरूरी है। एक ग़लत क़दम बड़ा नुकसान ला सकता है।


