एक ने उतारी हवस, दूसरे ने कैमरे में किया कैद... तिरुपति यूनिवर्सिटी के प्रोफेसरों का काला सच आया पुलिस के सामने
आंध्र प्रदेश के तिरुपति स्थित राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. यहां दो सहायक प्रोफेसरों पर गंभीर आरोप लगे हैं. एक ने छात्रा के साथ यौन शोषण किया, तो दूसरे ने उसका वीडियो बनाकर दोनों मिलकर उसे ब्लैकमेल करते रहे. पीड़िता एक दलित छात्रा है, जो बी.एड. की पढ़ाई कर रही थी.

नई दिल्ली: हमारे समाज में गुरु को भगवान का ओहदा दिया जाता है, जो न केवल ज्ञान प्रदान करता है, बल्कि शिष्यों को नैतिकता और सही-गलत का पाठ भी पढ़ाता है. लेकिन आंध्र प्रदेश से एक ऐसी घिनौनी घटना उजागर हुई है, जिसने इस पवित्र गुरु-शिष्य संबंध को तार-तार कर दिया. यहां एक शिक्षक ने अपनी ही छात्रा के साथ बलात्कार जैसी जघन्य घटना को अंजाम दिया, जिससे पूरे इलाके में गुस्से की लहर दौड़ गई है. पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर तहकीकात शुरू कर दी है. वास्तव में, चित्तूर जिले के तिरुपति में स्थित नेशनल संस्कृत यूनिवर्सिटी में प्रथम वर्ष की एक छात्रा के साथ उसके असिस्टेंट प्रोफेसर ने जबरन शारीरिक संबंध बनाए. इस घटना के परिणामस्वरूप छात्रा गर्भवती हो गई. मामले की गंभीरता तब और बढ़ गई जब पता चला कि दो असिस्टेंट प्रोफेसर इसमें शामिल थे, जिन्होंने न केवल अपराध किया बल्कि पीड़िता को ब्लैकमेल भी किया.
This is Chitra, a student at Delhi University. She was harassed by a professor over some issue.
The DU administration should do justice to the student. Action should be taken against the professor who harassed her.
pic.twitter.com/63HAq8IA9s— Param Choudhary (@Param_117) December 12, 2025
एक ने किया बलात्कार, दूसरे ने रिकॉर्ड किया वीडियो
जांच के दौरान खुलासा हुआ कि एक असिस्टेंट प्रोफेसर छात्रा के साथ बलात्कार कर रहा था, जबकि दूसरा असिस्टेंट प्रोफेसर इस पूरी घटना का वीडियो अपने मोबाइल फोन से बना रहा था. मुख्य आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर का नाम लक्ष्मण कुमार है, जबकि वीडियो बनाने वाले दूसरे असिस्टेंट प्रोफेसर की पहचान शेखर रेड्डी के रूप में हुई है. लक्ष्मण कुमार ने पहले छात्रा के साथ बलात्कार किया, उसके बाद दोनों ने मिलकर उस वीडियो का इस्तेमाल कर छात्रा को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया. वे वीडियो दिखाकर उसे धमकाते थे और बार-बार शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर करते थे. इस लगातार उत्पीड़न से परेशान होकर पीड़ित छात्रा ने यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर जीएसआर कृष्णमूर्ति से शिकायत की. जैसे ही यह मामला सार्वजनिक हुआ, छात्रों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया.
पुलिस ने शुरू की जांच
यूनिवर्सिटी के प्रभारी रजिस्ट्रार रजनीकांत शुक्ला ने पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के बाद मामले की गहन जांच शुरू कर दी है. जांच के दौरान पुलिस ने दोनों असिस्टेंट प्रोफेसरों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं. घटना के बाद पीड़िता ओडिशा लौट गई. यूनिवर्सिटी ने इस यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए एक आंतरिक शिकायत समिति (Internal Complaints Committee) गठित की है.


