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जब बॉलीवुड स्टार माला सिन्हा की फ्लाइट हुई थी हाईजैक... जानिए उससे कैसे जुड़ा सुशीला कार्की के पति का नाम

सुशीला कार्की, जिन्हें उनके निडर व्यक्तित्व के लिए जाना जाता है, जो नेपाल के मुख्य न्यायाधीश के रूप में अपने एक साल के कार्यकाल में कई ऐतिहासिक और साहसिक फैसले सुनाए, जिन्होंने समाज में गहरी छाप छोड़ी. लेकिन उनकी जिंदगी का एक और रोचक पहलू है उनके पति, दुर्गा प्रसाद सुबेदी. सुबेदी नेपाल के पहले विमान अपहरण की घटना में शामिल थे. जिसमें बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री माला सिन्हा भी सवार थीं. उस समय सुबेदी नेपाली कांग्रेस के एक उत्साही युवा नेता थे, जिनके इस साहसिक कदम ने उस दौर में खूब सुर्खियां बटोरी थीं.

Goldi Rai
Edited By: Goldi Rai

Nepal: नेपाल में जारी राजनीतिक अस्थिरता के बीच अब देश को एक मजबूत नेतृत्व की तलाश है. Gen-Z के नेतृत्व में हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच सुशीला कार्की का नाम तेजी से सामने आया है, जिन्हें नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है. विडंबना यह है कि जिनके नाम पर आज चर्चा हो रही है, उन्हें कभी तत्कालीन प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने ही देश की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया था.

सुशीला कार्की न केवल नेपाल की न्यायिक व्यवस्था में सुधार की प्रतीक हैं, बल्कि उन्होंने अपने कार्यकाल में कई बड़े और साहसिक फैसले लेकर सत्ता के गलियारों में हलचल मचा दी थी. लेकिन उनके जीवन से जुड़ा एक और दिलचस्प और विवादास्पद पहलू है, जो उनके पति दुर्गा प्रसाद सुबेदी से जुड़ा है जिन्हें नेपाल के पहले प्लेन हाइजैक का हिस्सा माना जाता है.

कार्की के पति औरप्लेन हाइजैक 

साल 1973 में नेपाल में राजा महेंद्र का शासन था. इसी दौरान 10 जून को रॉयल नेपाल एयरलाइंस की एक घरेलू उड़ान, जो विराटनगर से काठमांडू जा रही थी, को हाईजैक कर लिया गया. इस विमान में 19 यात्री सवार थे, जिनमें मशहूर बॉलीवुड अभिनेत्री माला सिन्हा भी थीं. हाइजैक का असली मकसद विमान में मौजूद 30 लाख रुपये की बड़ी रकम को हथियाना था, जिसे सरकार द्वारा विराटनगर के बैंकों से लाया जा रहा था.

राजशाही विरोधी आंदोलन के लिए रची गई थी योजना

इस योजना के पीछे पूर्व प्रधानमंत्री गिरिजा प्रसाद कोइराला का नाम सामने आता है. उन्होंने राजशाही के खिलाफ संघर्ष के लिए आर्थिक सहायता जुटाने के उद्देश्य से इस हाइजैक की योजना बनाई थी. दुर्गा प्रसाद सुबेदी उस समय जेल से रिहा हुए थे और कोइराला के भरोसेमंद सहयोगियों में से एक थे. विमान को जबरन बिहार के फारबिसगंज में उतारा गया और वहां से रुपये कार के जरिए दार्जिलिंग ले जाए गए. बाद में मुंबई में सुबेदी और अन्य सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया और दो साल की सजा सुनाई गई. आपातकाल के दौरान, 1975 में उन्हें रिहा कर दिया गया.

सुशीला कार्की

बीएचयू, वाराणसी से पढ़ी सुशीला कार्की ने अपने पूरे करियर में भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोले रखा. उन्होंने 11 जुलाई 2016 को नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार संभाला और एक साल के कार्यकाल में कई बड़े नेताओं और प्रभावशाली नौकरशाहों के खिलाफ सख्त फैसले लिए. उनका सबसे चर्चित फैसला तत्कालीन सूचना एवं संचार मंत्री जयप्रकाश गुप्ता को पद पर रहते हुए जेल की सजा सुनाने का था जो नेपाल के इतिहास में अपनी तरह का पहला मामला था.

क्या बनेंगी अंतरिम प्रधानमंत्री?

वर्तमान में नेपाल एक संवेदनशील दौर से गुजर रहा है, जहां भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग के खिलाफ जनता खासकर युवा वर्ग सड़कों पर है. ऐसे में सुशीला कार्की जैसी निडर, निष्पक्ष और साफ छवि वाली शख्सियत को नेतृत्व सौंपने की मांग जोर पकड़ रही है. यदि वह अंतरिम प्रधानमंत्री बनती हैं तो उन्हें एक बार फिर उसी साहस और दृढ़ता के साथ देश की बागडोर संभालनी होगी, जो उन्होंने न्यायिक कार्यकाल में दिखाई थी.

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12 September 2025, 11:48 AM IST

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