'हमारे लिए गर्व का क्षण', पीएम मोदी के रोड शो में शामिल हुआ कर्नल सोफिया कुरैशी का परिवार
कर्नल सोफिया कुरैशी के परिवार ने वडोदरा में पीएम मोदी के रोड शो में भाग लेकर उनकी उपलब्धियों पर गर्व जताया. हाल ही में 'ऑपरेशन सिंदूर' की प्रेस ब्रीफिंग से चर्चा में आईं सोफिया भारतीय सेना की पहली महिला अधिकारी हैं जिन्होंने फोर्स 18 अभ्यास का नेतृत्व किया. उनके परिवार ने पीएम मोदी की महिला सशक्तिकरण नीतियों की सराहना की और सोफिया को देश की बेटी बताया. उनके सैन्य योगदान को पूरे देश में प्रेरणा के रूप में देखा जा रहा है.

भारतीय सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार कारण बना उनका परिवार, जो 26 मई को गुजरात के वडोदरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो में हिस्सा लेने पहुंचा. कर्नल कुरैशी के माता-पिता, उनके भाई मोहम्मद संजय कुरैशी और जुड़वां बहन शायना सुनसारा ने रोड शो में भाग लेकर अपनी बेटी और बहन के लिए समर्थन और गर्व का इज़हार किया. आपको बता दें कि सोफिया कुरैशी हाल ही में 'ऑपरेशन सिंदूर' की प्रेस ब्रीफिंग में सामने आई थीं,
महिला सशक्तिकरण पर पीएम मोदी की पहल की सराहना
शायना सुनसारा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि कर्नल सोफिया की उपलब्धियां सिर्फ उनके परिवार के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणादायक हैं. उन्होंने कहा,"सोफिया मेरी जुड़वां बहन है, लेकिन अब वह केवल हमारी नहीं, पूरे देश की बहन है. जब कोई महिला देश के लिए कुछ बड़ा करती है, तो वह पूरे समाज को प्रेरणा देती है."
शायना ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में महिलाओं को सशक्त बनाने के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, "ऑपरेशन सिंदूर जैसे गंभीर अभियानों में महिला अधिकारियों को आगे लाकर सरकार ने यह संदेश दिया है कि महिलाएं किसी से कम नहीं हैं."
परिवार का गर्व और भावनात्मक जुड़ाव
कर्नल कुरैशी के भाई, संजय कुरैशी ने प्रधानमंत्री को पहली बार देखने के अनुभव को खास बताया. उन्होंने कहा, "जब पीएम मोदी ने हमारे दिशा में इशारा कर हाथ हिलाया, तो वह क्षण अविस्मरणीय था. हमें गर्व है कि हमारी बहन को ऐसा मंच मिला, जहां वह अन्याय के खिलाफ खड़ी हो सकी. एक महिला द्वारा दूसरी महिलाओं के लिए न्याय की लड़ाई से बेहतर कुछ नहीं हो सकता."
मां ने बताया ‘देश की बेटी’
कर्नल कुरैशी की मां, हलीमा कुरैशी, ने भी अपनी बेटी की उपलब्धियों पर गर्व जताया. उन्होंने कहा, "सोफिया ने जो किया है, उससे पूरा देश गर्व महसूस कर रहा है. वह सिर्फ हमारी बेटी नहीं है, बल्कि अब वह पूरे भारत की बेटी बन गई है." उन्होंने यह भी जोड़ा कि प्रधानमंत्री का स्वागत करना हर नागरिक का कर्तव्य है, और उनकी उपस्थिति वडोदरा के लिए सम्मान की बात है.
कर्नल सोफिया कुरैशी का सैन्य सफर
कर्नल सोफिया कुरैशी गुजरात की मूल निवासी हैं और एक सैन्य परंपरा वाले परिवार से आती हैं. उनके दादा सेना में सेवारत थे और पिता ने भी धार्मिक सेवा में योगदान दिया. इस सैन्य वातावरण में पली-बढ़ी सोफिया ने कम उम्र में ही देशसेवा का संकल्प ले लिया था. सोफिया कुरैशी ने 1999 में ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी, चेन्नई से कमीशन प्राप्त कर भारतीय सेना में अपनी सेवा शुरू की. उनकी नियुक्तियां विभिन्न आतंकवाद प्रभावित क्षेत्रों में सिग्नल रेजिमेंट्स के साथ रही हैं. सेना में शामिल होने का उनका निर्णय उनके परदादा व अन्य पूर्वजों से प्रेरित रहा, जिन्होंने ब्रिटिश सेना सहित विभिन्न सेनाओं में सेवा दी थी.
इतिहास रचने वाली महिला अधिकारी
कर्नल सोफिया ने 2016 में एक नया इतिहास रचा, जब उन्होंने फोर्स 18 नामक आसियान प्लस बहुराष्ट्रीय अभ्यास में भारतीय सैन्य दल का नेतृत्व किया. वह इस मिशन की इकलौती महिला कमांडर थीं और 18 देशों के प्रतिनिधियों में सबसे अधिक चर्चित रही थीं.


