'खत्म करो चीन के साथ रिश्ते, कोरोना से भी बड़ा खतरा', अमेरिकी एक्सपर्ट ने ट्रंप प्रशासन को क्यों दी चेतावनी?
अमेरिका में खतरनाक फंगस की तस्करी के आरोप में दो चीनी नागरिकों की गिरफ्तारी के बाद विशेषज्ञ गॉर्डन चांग ने चेताया कि चीन अमेरिका को अंदर से अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने चीन से सभी संबंध खत्म करने की मांग की, और जैविक आतंकवाद को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताया.

अमेरिका में हाल ही में दो चीनी नागरिकों यून्किंग जियान और जुनयोंग लियू को गिरफ्तार किया गया है. इन पर आरोप है कि वे एक अत्यंत जहरीले फंगस फ्यूजेरियम ग्रैमिनियरम को अमेरिका में अवैध रूप से लाने की साजिश रच रहे थे. इस फंगस को अमेरिका की कृषि और खाद्य सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा माना जा रहा है. दोनों पर साजिश, तस्करी, झूठे बयान देने और वीज़ा धोखाधड़ी जैसे कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं.
फ्यूजेरियम फंगस: कृषि पर घातक हमला
फ्यूजेरियम ग्रैमिनियरम नाम का यह फंगस फसलों में फ्यूजेरियम हेड ब्लाइट (FHB) नामक बीमारी फैलाता है, जो खासकर गेहूं, जौ और मक्के को प्रभावित करती है. इससे न केवल पैदावार में भारी गिरावट आती है बल्कि अनाज की गुणवत्ता भी खराब हो जाती है. अमेरिकी कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार, यह जैविक एजेंट कृषि के खिलाफ एग्रो-टेररिज्म का उदाहरण है, जो खाद्य आपूर्ति श्रृंखला, अर्थव्यवस्था और सार्वजनिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है.
गॉर्डन चांग का बड़ा बयान
चीनी मामलों के विशेषज्ञ गॉर्डन जी. चांग ने इस घटना को अमेरिका की जैविक सुरक्षा पर सीधा हमला बताया है. Fox News से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह केवल फंगस तस्करी नहीं बल्कि चीन की एक संगठित और रणनीतिक साजिश है. चांग ने इस घटना को “पीपुल्स वॉर” यानी "जन युद्ध" की नीति से जोड़ते हुए कहा कि इसका उद्देश्य अमेरिका को भीतर से कमजोर करना है, न सिर्फ आर्थिक रूप से, बल्कि राजनीतिक और सामाजिक रूप से भी.
चीन से रिश्ते खत्म करने की मांग
चांग ने अमेरिकी प्रशासन से स्पष्ट अपील की कि अब समय आ गया है जब चीन के साथ सभी प्रकार के राजनयिक, शैक्षणिक और तकनीकी संबंधों की समीक्षा की जाए और उन्हें आवश्यकतानुसार समाप्त भी किया जाए. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो अमेरिका को भविष्य में कोरोना और फेंटेनाइल संकट से भी ज्यादा खतरनाक स्थिति का सामना करना पड़ सकता है.
जैव सुरक्षा और विदेशी हस्तक्षेप पर बढ़ती चिंता
इस पूरे घटनाक्रम ने अमेरिका में बायो-सिक्योरिटी की तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. अमेरिकी न्याय विभाग ने भी इस मामले को केवल अपराध न मानकर संभावित जैविक आतंकवाद की रणनीति के रूप में देखा है. उनका मानना है कि वैज्ञानिक अनुसंधान की आड़ में विदेशी एजेंट खतरनाक जैविक तत्वों को देश में लाने का प्रयास कर रहे हैं.


