‘मां काली ढोकला नहीं खातीं’, टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने पीएम मोदी पर कसा तंज
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने पीएम मोदी पर बंगाल में देवी काली का नाम लेकर मतदाताओं को लुभाने की देर से हुई कोशिश का तंज कसा. उन्होंने ‘ढोकला’ के ज़रिए भाजपा की सांस्कृतिक राजनीति और बंगाली जीवनशैली पर दखल की आलोचना की. भाजपा ने इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताकर खारिज कर दिया.

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि बंगाल में देवी काली का आह्वान कर मतदाताओं को लुभाने की कोशिश अब बहुत देर से की गई है. दरअसल, शुक्रवार को दुर्गापुर में आयोजित एक रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत बंगाली भाषा में लोगों का अभिवादन करते हुए की और “जय मां काली, जय मां दुर्गा” के नारे लगाए. आमतौर पर अपने भाषणों में 'जय श्री राम' कहने वाले प्रधानमंत्री ने इस बार बंगाली देवियों का नाम लेकर बंगाली पहचान को साधने का प्रयास किया.
‘मां काली ढोकला नहीं खातीं’
मोइत्रा ने इस पर चुटकी लेते हुए कहा, “बंगाली वोटों के लिए मां काली का नाम लेना अब बहुत देर से किया गया है. मां काली ढोकला नहीं खातीं, और कभी खाएंगी भी नहीं.” यहां ‘ढोकला’ का प्रयोग उन्होंने प्रतीकात्मक रूप से गुजरात की संस्कृति और प्रधानमंत्री मोदी के गृह राज्य पर तंज कसने के लिए किया. यह टिप्पणी भाजपा पर बंगालियों की जीवनशैली और भोजन संस्कृति पर हस्तक्षेप करने के आरोपों के संदर्भ में आई है.
ढोकला और मछली विवाद से जोड़ कर हमला
यह कोई पहली बार नहीं है जब महुआ मोइत्रा ने भाजपा की नीतियों और सांस्कृतिक दृष्टिकोण पर सवाल उठाए हैं. 2022 में भी उन्होंने देवी काली को "मांस और शराब स्वीकार करने वाली देवी" कहा था, जिससे विवाद उत्पन्न हो गया था और उनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी. उन्होंने बार-बार यह मुद्दा उठाया है कि भाजपा बंगालियों को यह न बताएं कि उन्हें क्या खाना चाहिए और कैसे रहना चाहिए.
चित्तरंजन पार्क की घटना पर भी किया था ट्वीट
मोइत्रा ने इस साल की शुरुआत में दिल्ली के चित्तरंजन पार्क की एक घटना का हवाला दिया था, जिसमें कथित भाजपा समर्थकों द्वारा मछली बाजार के दुकानदारों को धमकाने का मामला सामने आया था. इस घटना का वीडियो वायरल हुआ था, जिसे महुआ मोइत्रा ने ट्वीट करते हुए कहा था कि बंगाली मछली खाने वाले गर्वित लोग हैं और उन्हें यह तय करने का अधिकार है कि वे क्या खाएं और कहां दुकान लगाएं.
भाजपा ने किया आरोपों से इनकार
भाजपा ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हुए कहा कि वीडियो राजनीति से प्रेरित था और पार्टी का इससे कोई संबंध नहीं है. भाजपा का दावा है कि वे सभी समुदायों की संस्कृति और परंपराओं का सम्मान करते हैं.


