PAK कनेक्शन, विदेशों से फंडिंग, 6 राज्यों में... UP पुलिस ने अवैध धर्मांतरण के बड़े नेटवर्क का किया भंडाफोड़
उत्तर प्रदेश पुलिस ने "ऑपरेशन अस्मिता" के तहत एक बड़े अवैध धर्मांतरण रैकेट का भंडाफोड़ किया है. छह राज्यों से 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनका संबंध लव जिहाद, विदेशी फंडिंग और कट्टरपंथ फैलाने से है. इस नेटवर्क के तार PFI, SDPI और पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से जुड़े हैं. जांच में कनाडा-अमेरिका से फंडिंग और ISIS से प्रेरणा के प्रमाण मिले हैं.

छांगुर उर्फ जलालुद्दीन रैकेट के पर्दाफाश के बाद, यूपी पुलिस ने अब ऑपरेशन अस्मिता नामक अभियान के तहत एक बड़े अवैध धर्मांतरण के नेटवर्क का पर्दाफाश किया है. छह राज्यों से कुल दस आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
लव जिहाद और कट्टरता का रैकेट
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह ‘लव जिहाद’ के माध्यम से लड़कियों को धर्म परिवर्तन के लिए फँसाता था, विदेशों से फंडिंग हासिल करता था और कट्टर विचारधाराओं का प्रसार करता था जो कि ISIS जैसी संगठनों की कार्यप्रणाली लगती है. इसके साथ ही प्रारंभिक जांच में SDPI, PFI और पाकिस्तानी आतंकी संगठनों से जुड़ाव के संकेत भी मिले है.
गायब दो बहनों से शुरू हुआ खुलासा
दरअसल, इस रैकेट का पर्दाफाश एक छोटे से केस से हुआ. इस साल मार्च में आगरा में दो बहनें (33 और 18 वर्ष) गायब हो गईं. सदर बाजार थाने में उनके संबंध में मंगलवार को जांच शुरू हुई. जांच में यह मामला साइबर जांच तक पहुंचा और बड़ी साज़िश सामने आई.
6 राज्यों में 11 टीमें तैनात
यूपी पुलिस महानिदेशक और अपर आईपीएस द्वारा निर्देशित 11 टीमों ने उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, गोवा, पश्चिम बंगाल और उत्तराखंड में छापेमारी की. जांच में दस अभियुक्तों को गिरफ्तार किया और सात पर गैर-जमानती वारंट जारी किया गया.
गिरफ्त में आए आरोपी और उनके नाम
ऑपरेशन अस्मिता में गिरफ्तार आरोपियों की नाम इस प्रकार है...
आयशा (एस.बी. कृष्णा) – गोवा
अली हसन (शेखर रॉय) – कोलकाता
ओसामा – कोलकाता
रहमान कुरैशी – आगरा
अब्बू तालिब – मुजफ्फरनगर
अबुर रहमान – देहरादून
मोहम्मद अली – जयपुर
जुनैद कुरैशी – जयपुर
मुस्तफा (मनोज) – दिल्ली
मोहम्मद अली – जयपुर
ISIS जैसी कार्यप्रणाली का संकेत
पुलिस ने बताया कि नेटवर्क में सभी अभियुक्तों की अलग-अलग भूमिका थी
लव जिहाद में लड़कियों को फँसाना
धर्म परिवर्तन के दस्तावेज तैयार करना
कट्टर विचारधारा थोपना
विदेश से फंडिंग हासिल करना और चैनल करना
सेफ-हाउस देना
कानूनी सलाह मुहैया कराना
नए फोन व सिम उपलब्ध कराना
विदेशों से आ रही थी फंडिंग
जांच में पाया गया कि कनाडा और अमेरिका से इस गिरोह को धन भेजा जाता था. सालों से यह नेटवर्क कार्य कर रहा था, जिसमें दिल्ली, जयपुर, कोलकाता, गोवा, देहरादून और यूपी के कई शहर शामिल हैं.
जांच और आरोपियों की खोज जारी
हालांकि, विभागीय सूत्रों के अनुसार, जांच अभी जारी है और पुलिस नेटवर्क के अन्य पहुलुओं और सदस्यों की तलाश कर रही है. साथ ही, तकनीकी और फाइनेंशियल ट्रैक्स की छानबीन की जा रही है. ऑपरेशन अस्मिता ने एक सुनियोजित अवैध धर्मांतरण रैकेट का भंडाफोड़ किया है जिसने ‘लव जिहाद’, कट्टरता व विदेश फंडिंग के माध्यम से बड़ी संख्या में लोगों को प्रभावित किया. यूपी पुलिस अन्य सदस्यों की खोज और इस गिरोह की गहन जांच में जुटी हुई है.


