'टैरिफ नहीं, सिर्फ 'तारीफ' में रुचि रखते हैं', जयराम रमेश ने ट्रंप की धमकी पर पीएम पर निशाना साधा
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केवल 'तारीफ' में रुचि रखते हैं और टैरिफ से उन्हें कोई सरोकार नहीं है . उन्होंने आश्चर्य जताया कि पारस्परिक टैरिफ मुद्दे पर अमेरिकी धमकियों से निपटने में प्रधानमंत्री का '56 इंच का सीना' कहां है. पीटीआई के साथ साक्षात्कार में रमेश ने कहा कि कांग्रेस आगामी बजट सत्र के दूसरे चरण में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पारस्परिक टैरिफ धमकियों का मुद्दा उठाएगी और इन धमकियों से निपटने के लिए द्विदलीय सामूहिक संकल्प का आह्वान करेगी.

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केवल 'तारीफ' में रुचि रखते हैं और टैरिफ से उन्हें कोई सरोकार नहीं है . उन्होंने आश्चर्य जताया कि पारस्परिक टैरिफ मुद्दे पर अमेरिकी धमकियों से निपटने में प्रधानमंत्री का '56 इंच का सीना' कहां है. एक इंटरव्यू में रमेश ने कहा कि कांग्रेस आगामी बजट सत्र के दूसरे चरण में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पारस्परिक टैरिफ धमकियों का मुद्दा उठाएगी और इन धमकियों से निपटने के लिए द्विदलीय सामूहिक संकल्प का आह्वान करेगी. कांग्रेस नेता ने यह भी आरोप लगाया कि विदेश मंत्री एस जयशंकर एक अमेरिकी दूत और उस देश के प्रवक्ता की तरह बोल रहे हैं.
रमेश ने कहा, "हमारे प्रधानमंत्री केवल तारीफ सुनना चाहते हैं. उन्हें टैरिफ की चिंता नहीं है. तारीफ कम, और टैरिफ पर बात कीजिए." उन्होंने कहा कि ट्रम्प अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के सम्पूर्ण नियमों को बदल रहे हैं और उन्होंने जोर देकर कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति का पारस्परिक टैरिफ का पूरा विचार "विचित्र" है. रमेश ने कहा, "हमने टैरिफ अनुसूची पर बातचीत की है. लगभग 170 देशों ने एक व्यापार समझौते पर बातचीत की है, जो 1995 में विश्व व्यापार संगठन बन गया. इस पर बातचीत करने में लगभग 10 साल लग गए. अब, श्री ट्रम्प अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की अपनी विचित्र धारणा के साथ आ रहे हैं."
जयराम रमेश ने ट्रंप की धमकी पर पीएम पर निशाना साधा
आगे उन्होंने कहा, "'आप टैरिफ लगाओ, मैं टैरिफ लगाऊं', यह अंतरराष्ट्रीय व्यापार का तरीका नहीं है. इन नियमों पर बातचीत की गई है. डब्ल्यूटीओ विश्व व्यापार संगठन है न कि विश्व ट्रम्प संगठन." अमेरिका से अवैध भारतीय प्रवासियों को वापस भेजने के तरीके को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए रमेश ने कहा कि छोटे देश भी आवाज उठा रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री चुप हैं.
भारत को बदनाम करने की कोशिश
रमेश ने कहा, "उन्हें खुलकर बोलना चाहिए...ट्रंप भारत जैसे देश को धमका रहे हैं. प्रधानमंत्री '56 इंच का सीना' रखने की बात करते हैं, अब उनका '56 इंच का सीना' कहां है. याद कीजिए कि नवंबर 1971 में इंदिरा गांधी ने राष्ट्रपति (रिचर्ड) निक्सन से क्या कहा था? राष्ट्रपति निक्सन और हेनरी किसिंजर ने भारत को बदनाम करने की कोशिश की, लेकिन इंदिरा गांधी ने खड़े होकर कहा 'मैं वही करूंगी जो भारत के हित में होगा'." उन्होंने कहा, "यह भारत के हित का सवाल है. लेकिन हमारे प्रधानमंत्री 'नमस्ते ट्रंप', 'मेरे अच्छे दोस्त ट्रंप' कह रहे हैं, वह उन्हें गले लगाने में व्यस्त हैं. इसलिए यह सवाल (शुल्क पर) संसद में उठाया जाएगा. हमने भारतीय नागरिकों का मुद्दा उठाया है."
राष्ट्रपति ट्रंप भारत को निशाना बना रहे
रमेश ने कहा कि जिस तरह से राष्ट्रपति ट्रंप भारत को निशाना बना रहे हैं, वह एक "गंभीर मुद्दा" है और हमारी संप्रभुता का मामला है. उन्होंने आगे दावा किया कि प्रधानमंत्री संसद में अपनी चुप्पी नहीं तोड़ते और विदेश मंत्री को भेजते हैं "जो अमेरिका के प्रवक्ता की तरह हैं." रमेश ने कहा, "अमेरिका में कोई राजदूत नहीं है और विदेश मंत्री अमेरिकी दूत की तरह बात करते हैं." उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पारस्परिक टैरिफ की अमेरिकी धमकियों के प्रति सामूहिक संकल्प दिखाने की आवश्यकता है.
कांग्रेस नेता ने की सरकार की आलोचना
सरकार की आलोचना करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि वह कभी सर्वदलीय बैठक नहीं बुलाती और जब बुलाती है तो विदेश मंत्री और गृह मंत्री सिर्फ उपदेश देते हैं. रमेश ने कहा, "बजट सत्र के पहले भाग में हमने अपमानजनक और अपमानजनक तरीके से भारतीय नागरिकों को अमेरिका से निर्वासित करने, हथकड़ी लगाने और जंजीरों में जकड़ने का मुद्दा उठाया था." उन्होंने कहा, "इनमें से कई प्रवासी पंजाब, हरियाणा और गुजरात से थे और यहां तक कि गुजरात के प्रवासियों को राजनीतिक लाभ लेने के लिए अमृतसर में उतरने के लिए कहा गया. हमने निर्वासन के तरीके का मुद्दा बहुत जोरदार तरीके से उठाया."
कांग्रेस के संयुक्त सत्र को किया संबोधित
बजट सत्र का पहला भाग 31 जनवरी से 13 फरवरी तक आयोजित किया गया. दूसरा भाग सोमवार से शुरू होगा और 4 अप्रैल को समाप्त होगा. ट्रंप ने हाल ही में भारत के टैरिफ़ के बारे में बार-बार बात की है. मंगलवार को कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए, व्हाइट हाउस में अपने दूसरे कार्यकाल के पहले संबोधन में, ट्रंप ने भारत और अन्य देशों द्वारा लगाए गए उच्च टैरिफ़ की आलोचना की और उन्हें "बहुत अनुचित" बताया. अमेरिकी कैपिटल से सांसदों को संबोधित करते हुए ट्रम्प ने घोषणा की थी कि पारस्परिक टैरिफ अगले महीने लागू हो जाएंगे.


