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'हम उन्हें मारेंगे नहीं क्योंकि...' क्या फारुक अबदुल्ला का फिर जाग रहा पाकिस्तान प्रेम?, आखिर क्या हैं उनके इस बयान के मायने

जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने सिंधु जल संधि को लेकर भारत सरकार के रुख का समर्थन करते हुए कहा कि भारत का मकसद पाकिस्तान को मानवीय नुकसान पहुंचाना नहीं है. उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत गांधी के आदर्शों पर चलने वाला देश है, जो निर्दोषों की हत्या में विश्वास नहीं रखता. साथ ही उन्होंने जम्मू-कश्मीर को इस संधि से हुए नुकसान पर चिंता जताई और इस पर दोबारा विचार करने की मांग की.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने भारत सरकार द्वारा पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को निलंबित करने के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह एक कड़ा कदम है, लेकिन भारत का उद्देश्य मानवीय संकट खड़ा करना नहीं है. उन्होंने कहा कि भारत गांधी का देश है और पाकिस्तान की तरह निर्दयी नहीं हो सकता.

भारत का इरादा जान लेने का नहीं

फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “हमने पाकिस्तान को पानी रोकने की चेतावनी दी है, लेकिन हम उन्हें मारने नहीं जा रहे. भारत ऐसा देश नहीं है जो निर्दोष लोगों की जान ले. हम पाकिस्तान जितने कठोर नहीं हैं.” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब सिंधु जल संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे, जम्मू-कश्मीर के लोगों को निर्णय प्रक्रिया में शामिल नहीं किया गया था, जिससे राज्य को भारी नुकसान झेलना पड़ा.

जम्मू-कश्मीर को हुआ सबसे बड़ा नुकसान

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंधु जल संधि से जम्मू-कश्मीर के जल संसाधनों पर असर पड़ा है और वहां की जनता को पर्याप्त लाभ नहीं मिला. उन्होंने भारत सरकार से आग्रह किया कि वह विशेष योजना के तहत जम्मू क्षेत्र में जल आपूर्ति सुनिश्चित करे. अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि इस समझौते की पुन: समीक्षा की आवश्यकता है, ताकि राज्य को उसका वाजिब हक मिल सके.

पर्यटकों से मुलाकात के दौरान कश्मीर को लेकर बड़ा बयान

पहलगाम आतंकी हमले के बाद फारूक अब्दुल्ला ने पर्यटकों से मुलाकात की और कहा कि कश्मीर आज भी भारत का अभिन्न हिस्सा है और हमेशा रहेगा. उन्होंने कहा, “आतंक फैलाने वालों को हार मिली है. पर्यटकों की मौजूदगी बताती है कि देशवासी डरने वाले नहीं हैं. आतंकवाद के ख़िलाफ़ लोगों की भावना स्पष्ट है — हम अमन और तरक्की चाहते हैं.”

35 वर्षों से आतंक का सामना, अब चाहिए विकास

अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर के लोग बीते 35 वर्षों से आतंकवाद का सामना कर रहे हैं, लेकिन अब वक्त आ गया है कि राज्य विकास की राह पर आगे बढ़े. उन्होंने कहा, “हमारा सपना है कि भारत एक दिन महाशक्ति बने, और कश्मीर उस विकास का भागीदार हो.”

बिलावल भुट्टो के बयान को किया खारिज

पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के हालिया बयानों को लेकर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि ऐसी टिप्पणियों को तवज्जो देने से देश प्रगति नहीं कर सकता. उन्होंने कहा, “अगर हम बिलावल जैसे नेताओं के बयानों के पीछे चलें तो हम कभी आगे नहीं बढ़ पाएंगे. हमें अपनी नदियों और जल अधिकारों के प्रति सजग होना पड़ेगा.”

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03 May 2025, 05:13 PM IST

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