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एक सेल्फी बनीं आखिरी यादगार! बिखर गया लंदन में बसने का सपना… सिर्फ 59 सेकेंड में ही डॉक्टर दंपति का छिन गया सबकुछ

12 जून 2025 को अहमदाबाद में एयर इंडिया AI-171 की दुर्घटना में 242 यात्रियों की मौत हो गई. उदयपुर की डॉ. कोमी व्यास अपने परिवार के साथ लंदन जा रही थीं. एक सेल्फी हादसे की आखिरी याद बनी. गृह मंत्री व प्रधानमंत्री ने दुख जताया, जांच जारी है, ब्लैक बॉक्स बरामद किया गया.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

12 जून 2025 को अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 की दुर्घटना ने न केवल भारतीय हवाई यात्रा के इतिहास को झकझोर दिया, बल्कि यह एक ऐसे परिवार की त्रासदी बन गई, जो एक नई शुरुआत की उम्मीद लेकर यात्रा पर निकला था. उदयपुर के पैसिफिक अस्पताल में कार्यरत डॉ. कोमी व्यास ने हाल ही में अपनी नौकरी छोड़ दी थी और अपने तीन बच्चों के साथ लंदन में अपने पति डॉ. प्रतीक जोशी के पास जा रही थीं. डॉ. जोशी कुछ समय पहले लंदन चले गए थे और इस हफ़्ते की शुरुआत में परिवार को अपने साथ ले जाने के लिए राजस्थान के बांसवाड़ा लौट आए थे. दंपति के जुड़वां बेटे नकुल और प्रद्युत पांच साल के थे और उनकी बेटी मिराया आठ साल की थी.

एक सेल्फी बनीं आखिरी यादगार

अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे के मलबे में कहीं दबा हुआ एक फ़ोन है जो राजस्थान के एक परिवार का है. हो सकता है कि यह फ़ोन कभी न मिले या आग के गोले में जलकर राख भी हो जाए, लेकिन इसके लिए इस्तेमाल की गई एक सेल्फी उस त्रासदी की याद दिलाती रहेगी जो विमान में सवार 242 लोगों पर आई थी. यह फोटो परिवार के लिए एक नई शुरुआत थी - कोमी व्यास, जो उदयपुर के एक अस्पताल में काम करती थीं, ने अपनी नौकरी छोड़ दी थी और अपने तीन बच्चों के साथ लंदन में अपने पति डॉ. प्रतीक जोशी के पास जा रही थीं - और उनके चेहरों पर खुशी साफ झलक रही थी. 

डॉ. जोशी द्वारा दुर्भाग्यपूर्ण विमान में ली गई सेल्फी में वे और उनकी पत्नी एक तरफ बैठे हुए मुस्कुराते हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि उनके छोटे जुड़वां बेटे और बड़ी बेटी गलियारे के दूसरी तरफ बैठे हैं. लड़के कैमरे के सामने मुस्कुराने की पूरी कोशिश करते हैं, जबकि उनकी बड़ी बहन मुस्कुराती है. 

कुछ समय पहले ही लंदन गए थे जोशी

परिवार के करीबी लोगों ने बताया कि डॉ. कोमी व्यास और डॉ. प्रतीक जोशी दोनों उदयपुर के पैसिफ़िक अस्पताल में काम करते थे. डॉ. जोशी कुछ समय पहले लंदन चले गए थे और इस हफ़्ते की शुरुआत में परिवार को अपने साथ ले जाने के लिए राजस्थान के बांसवाड़ा लौट आए थे. दंपति के जुड़वां बेटे नकुल और प्रद्युत पांच साल के थे और उनकी बेटी मिराया आठ साल की थी. 

पेसिफिक अस्पताल के प्रवक्ता ने कहा, "कोमी हाल ही में अपनी नौकरी छोड़कर लंदन में अपने पति के पास चली गई थीं." पड़ोसियों ने बताया कि डॉ. प्रतीक के पिता शहर के जाने-माने रेडियोलॉजिस्ट हैं, जबकि कोमी के पिता लोक निर्माण विभाग में अधिकारी थे. डॉ. जोशी के चचेरे भाई नयन ने बताया, "वे कल लंदन जाने के लिए अहमदाबाद से निकले थे. प्रतीक दो दिन पहले ही अपनी पत्नी और बच्चों को साथ ले जाने के लिए यहां आए थे. दोनों परिवारों के कई अन्य सदस्य उन्हें विदा करने गए थे." डॉ. कोमी व्यास के भाई प्रबुद्ध ने बताया कि उनकी शादी दस साल पहले डॉ. प्रतीक जोशी से हुई थी. डॉ. जोशी की एक बहन भी है, जो इंजीनियर है. 

हादसे की भयावहता

एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुई थी, उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद मेघानी नगर क्षेत्र में एक मेडिकल कॉलेज के छात्रावास से टकरा गई. इस भीषण हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से अधिकांश की मृत्यु हो गई. विमान में 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर शामिल थे.

गृह मंत्री अमित शाह ने हादसे के बाद कहा कि विमान में एक लाख लीटर से अधिक ईंधन था और तापमान इतना अधिक था कि किसी को बचाने का कोई अवसर नहीं था. उनके अनुसार, आग की भीषणता और तापमान ने बचाव कार्यों को अत्यंत कठिन बना दिया.

प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस त्रासदी को "शब्दों से परे हृदय विदारक" बताया. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "अहमदाबाद में हुई त्रासदी ने हमें स्तब्ध और दुखी कर दिया है. मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं." उन्होंने संबंधित मंत्रियों और अधिकारियों को तत्काल राहत और सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए.

जांच और राहत कार्य

बचाव दल ने विमान का ब्लैक बॉक्स (फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर) बरामद कर लिया है, जो हादसे के कारणों का पता लगाने में अहम भूमिका निभाएगा. बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर को दुनिया के सबसे सुरक्षित विमानों में गिना जाता है, लेकिन यह घटना उसके रिकॉर्ड पर गहरा सवाल छोड़ गई है.

राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चलाए गए. अहमदाबाद सिविल अस्पताल ने रोगी देखभाल और ट्रॉमा सेंटर सहायता से संबंधित पूछताछ के लिए दो आपातकालीन नंबर जारी किए हैं. इसके अतिरिक्त, गुजरात सरकार ने राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है. नागरिक और यात्रियों के रिश्तेदार फोन: 079-232-51900 या मोबाइल: 9978405304 के माध्यम से केंद्र तक पहुंच सकते हैं.

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12 June 2025, 10:59 PM IST

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