कर्पूरी ठाकुर की जमीन से पीएम मोदी का शंखनाद, विपक्ष के मुद्दों की धार करेंगे कुंद, एनडीए का एजेंडा होगा क्लियर?
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में प्रचार तेज कर दिया है. मोदी ने कर्पूरी ग्राम से अभियान की शुरुआत कर EBC वोट बैंक पर फोकस किया. उन्होंने महागठबंधन पर जंगलराज, भ्रष्टाचार और विकास विरोधी नीतियों के आरोप लगाए और निजी मुद्दों को भी चुनावी रणनीति में शामिल किया.

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के अंतिम चरण के नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब सभी राजनीतिक दलों का पूरा ध्यान प्रचार पर केंद्रित हो गया है. इस बार एनडीए ने अपने बड़े नेताओं को प्रचार में सक्रिय कर दिया है और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष जेपी नड्डा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मैदान में उतरने वाले हैं. उनके अभियान की शुरूआत समस्तीपुर जिले के कर्पूरी ग्राम से होगी, जो भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर का जन्मस्थल है.
पीएम मोदी का कर्पूरी ग्राम से प्रचार अभियान
कर्पूरी ठाकुर (1918-1988) बिहार के दो बार मुख्यमंत्री रहे और दलित, पिछड़े एवं अत्यंत पिछड़े वर्ग (EBC) के अधिकारों के लिए प्रसिद्ध समाजवादी नेता थे. पीएम मोदी कर्पूरी ग्राम में उनकी स्मृति स्थल पर श्रद्धांजलि देंगे और यह संदेश देंगे कि NDA कर्पूरी ठाकुर की विरासत का असली वारिस है. इस कदम का राजनीतिक महत्व भी है क्योंकि महागठबंधन की ओर से EBC वोट बैंक को अपने पक्ष में लाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
महागठबंधन की रणनीति
महागठबंधन, जिसमें RJD, कांग्रेस, वाम दल और VIP शामिल हैं, EBC वोटरों को साधने के लिए रणनीतिक तरीके अपना रहा है. वे मुस्लिम-यादव (MY) समीकरण के माध्यम से एनडीए के वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं. VIP के मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री का चेहरा बनाकर निषाद-मल्लाह समुदाय को अपने पक्ष में लाने का प्रयास किया जा रहा है.
राजनीतिक मुद्दे और चुनावी रणनीति
पीएम मोदी समस्तीपुर के कर्पूरी ग्राम के बाद बेगूसराय में भी चुनावी रैली को संबोधित करेंगे. उनका फोकस विकास, विरासत और एकता पर रहेगा. उन्होंने पहले की रैलियों में विपक्षी दलों, खासकर आरजेडी के 15 साल के शासन और लालू यादव की सरकार के समय अपराध, भ्रष्टाचार और परिवारवाद पर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा कि बिहार में जंगलराज को लोग नहीं भूलेंगे और युवाओं से हर बूथ पर सक्रिय होने की अपील की.
विपक्ष पर आरोप
पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि आरजेडी और कांग्रेस ने बिहार को पिछड़ा रखा और किसानों की उपेक्षा की. उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने बिहार में विकास और सुधार की दिशा में काम किया. उन्होंने निजी और सामाजिक मुद्दों के जरिए महागठबंधन पर हमला करते हुए कहा कि विपक्ष केवल वोट बैंक की राजनीति करता है.
व्यक्तिगत मुद्दों का राजनीतिकरण
पीएम मोदी ने 2 सितंबर को पटना में अपने संबोधन में व्यक्तिगत मामले का भी उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने अपनी मां के लिए अपशब्द इस्तेमाल करने की बात कही. उन्होंने कहा कि यह केवल उनके परिवार का अपमान नहीं, बल्कि देश की मां-बहन और बेटियों का अपमान है. उन्होंने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का नाम लिए बिना शाही खानदानों के युवराजों को गरीब जनता की मेहनत और तपस्या समझने में असमर्थ बताया.


