चुनाव से पहले बीजेपी और शिवसेना के बीच बढ़ा विवाद, दो भाइयों में दिखी तकरार
महारष्ट्र के सिंधुदुर्ग में स्थानीय निकाय चुनाव से पहले महायुति के दोनों दलों में झड़प देखने को मिल रही है. इतना ही नहीं इस राजनीति में दो भाइयों के बीच भी मतभेद देखा जा रहा.

महारष्ट्र के सिंधुदुर्ग में स्थानीय निकाय चुनाव से पहले राजनीतिक सरगर्मी तेज जो गई है. सत्तारूढ़ गठबंधन यानी महायुति के दो दल भाजपा और शिवसेना के बीच जमकर विवाद देखने को मिल रहा है. दोनों दल के बीच कलह थमने का नाम नहीं ले रही है.
अभी हाल ही में शिवसेना विधायक नीलेश राणे द्वारा भाजपा के कार्यकर्ता विजय केनावाडेकर के घर 'स्टिंग ऑपरेशन' चलाया गया, जिसमे 25 लाख रुपये नकद बरामद हुए. अब इस ऑपरेशन पर भाजपा कोटे से राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने आपत्ति जताई और घर में घुसने पर सवाल उठाया है.
क्या है 'स्टिंग ऑपरेशन' विवाद ?
दरअसल बुधवार देर रात शिंदे गुट के शिवसेना विधायक निलेश राणे ने दावा किया कि मालवण शहर में एक भाजपा कार्यकर्ता के घर से 25 लाख रुपये नकद बरामद हुए. बता दें, निलेश राणे ने खुद छापा मारने वहां पहुचें हुए थे. उन्होंने कथित स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो भी इंस्टाग्राम पर लाइव शेयर किया. उनका आरोप है कि यह पैसे मतदाताओं को बाटने के लिए रखे गए थे.
इतना ही नहीं राणे ने यह सबूत पेश करते हुए बीजेपी की राजनीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी कार्यकर्ता चुनावी माहौल को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं. इस पूरे मामले को देखने के बाद चंद्रशेखर बावनकुले ने इस ऑपरेशन का विरोध किया है.
चंद्रशेखर बावनकुले ने आपत्ति जताई आपत्ति
भाजपा कोटे से राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने राणे की 'स्टिंग ऑपरेशन' पर आपत्ति जताई है. उन्होंने बृहस्पतिवार को कहा कि सिंधुदुर्ग में भाजपा के एक कार्यकर्ता के घर से कथित तौर पर मतदाताओं को बांटने के लिए रखी गई नकदी की जब्ती में यदि कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो वह सख्त कानूनी कार्रवाई का समर्थन करते हैं.
वहीं दूसरी तरफ, BJP नेताओं ने इन आरोपों को राजनीतिक प्रेरित बताया है. उनका कहना है कि किसी के भी घर से निजी व्यवसाय से जुड़ा पैसा होना कोई गैरकानूनी या अपराध नहीं है. लेकिन बिना किसी अधिकार से सीधा घर में घुसकर स्टिंग ऑपरेशन करना कानूनन संदेह के दायरे में आता है.
दोनों भाइयों में हुई तकरार
जहां सभी बीजेपी नेता इस ऑप्रेशन का विरोध कर रहे हैं, वहीं नीलेश राणे के भाई भाजपा नेता नितेश राणे ने भी भाजपा का समर्थन किया है. उन्होंने अपने भाई का विरोध करते हुए कहा, पार्टी कार्यकर्ताओं के पास अक्सर वैध व्यावसायिक आय होती है और किसी के घर पर नकदी की मौजूदगी गलत तरीके से नहीं देखा जाना चाहिए.


