लगातार खतरनाक होता जा रहा कोरोना! देश में 2700 के पार हुए कोविड मामले, 7 लोगों की मौत, ये राज्य सबसे ज्यादा प्रभावित
भारत में कोविड-19 मामलों में फिर से वृद्धि देखी जा रही है, सक्रिय मामले 2,710 तक पहुंच गए हैं. केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली सबसे अधिक प्रभावित राज्य हैं. ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट्स एलएफ.7 और एनबी.1.8.1 को उछाल का कारण माना जा रहा है. हालांकि अधिकतर मामले हल्के लक्षणों वाले हैं. सरकार ने अस्पतालों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं और वरिष्ठ नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है.

भारत में एक बार फिर Covid-19 के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में सक्रिय कोविड-19 मामलों की संख्या बढ़कर 2,710 तक पहुंच गई है. बीते कुछ महीनों की शांति के बाद 25 मई को समाप्त सप्ताह में मामलों में अचानक पांच गुना बढ़ोतरी दर्ज की गई, जिससे कुल संक्रमितों की संख्या 1,000 का आंकड़ा पार कर गई.
सबसे अधिक मामले कहां दर्ज हुए?
केरल में सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हैं, जहां 1,147 सक्रिय मरीज सामने आए हैं. इसके बाद महाराष्ट्र में 424, दिल्ली में 294 और गुजरात में 223 मामले दर्ज हुए हैं. कर्नाटक और तमिलनाडु में 148-148 संक्रमितों की पुष्टि हुई है, वहीं पश्चिम बंगाल में 116 मामले पाए गए हैं.
24 घंटे में सात लोगों की मौत
पिछले 24 घंटों में देशभर में कोविड-19 से सात मौतें दर्ज की गईं, जिससे इस वर्ष जनवरी से मई तक कुल मृतकों की संख्या 22 हो गई है. महाराष्ट्र में दो लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक, पंजाब और तमिलनाडु में 1-1 व्यक्ति की मृत्यु हुई. खास बात यह है कि दिल्ली में हालिया लहर की यह पहली मृत्यु है.
हल्के लक्षण, घबराने की जरूरत नहीं
स्वास्थ्य मंत्रालय ने आश्वस्त किया है कि अधिकतर मामलों में लक्षण सामान्य और हल्के हैं, इसलिए घबराने की आवश्यकता नहीं है. केरल में अधिक मामले सामने आने की एक वजह यह भी हो सकती है कि वहां परीक्षण की संख्या अन्य राज्यों की तुलना में अधिक है. मिजोरम में भी सात महीनों बाद दो नए मामले सामने आए हैं.
कोविड के नया वैरिएंट संक्रमण की वजह
विशेषज्ञों का मानना है कि मामलों में अचानक आई इस बढ़ोतरी के पीछे ओमिक्रॉन के दो नए सब वैरिएंट्स एलएफ.7 और एनबी.1.8.1 हो सकता है. हालांकि, जेएन.1 अभी भी भारत में प्रमुख वैरिएंट बना हुआ है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इन नए उप-संस्करणों को फिलहाल गंभीर या रुचिकर वेरिएंट की श्रेणी में नहीं रखा है. विशेषज्ञों ने बताया कि इन वैरिएंट्स में थोड़ी प्रतिरक्षा बचाव क्षमता हो सकती है, पर अभी तक इनके कारण गंभीर संक्रमण का प्रमाण नहीं मिला है.
सावधानी और तैयारियां
इन वैरिएंट्स के लक्षण सामान्य फ्लू जैसे हैं— जैसे बुखार, गले में खराश, सिरदर्द, थकावट और नाक बहना. कोविड मामलों में वृद्धि को देखते हुए कई राज्यों ने अस्पतालों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं, जिसमें पर्याप्त बेड, ऑक्सीजन, टेस्टिंग किट और वैक्सीन सुनिश्चित करना शामिल है. वरिष्ठ नागरिकों और पहले से बीमार लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने की सलाह दी गई है.


