चक्रवात मोंथाः आंध्र प्रदेश में तूफान की आशंका के बीच 65 ट्रेनें रद्द, उड़ानें प्रभावित
चक्रवात मोन्था के बढ़ते खतरे के कारण आंध्र प्रदेश में 65 से अधिक ट्रेनें और कई उड़ानें रद्द की गईं. तटीय जिलों से लोगों की निकासी जारी है. एनडीआरएफ-एसडीआरएफ टीमें राहत कार्य में लगी हैं. मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया, जबकि भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं को हाई अलर्ट पर रखा है.

आंध्र प्रदेश पर चक्रवात मोन्था का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. इसके चलते रेलवे प्रशासन ने बड़े पैमाने पर कदम उठाते हुए 65 से अधिक यात्री और एक्सप्रेस ट्रेनों को रद्द कर दिया है. विजयवाड़ा, राजमुंदरी, काकीनाडा, विशाखापत्तनम और भीमावरम जैसे प्रमुख मार्गों पर यह निर्णय 28 और 29 अक्टूबर तक प्रभावी रहेगा.
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है. मौसम की स्थिति सामान्य होने और सुरक्षा समीक्षा पूरी होने के बाद ही सेवाओं को फिर से शुरू किया जाएगा. इसी के साथ, ईस्ट कोस्ट रेलवे ने भी सावधानी बरतते हुए ओडिशा-आंध्र कॉरिडोर की कई ट्रेनों को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया है.
हवाई सेवाएं भी प्रभावित
तेज हवाओं और लगातार बारिश के कारण विशाखापत्तनम हवाई अड्डे पर उड़ानों का संचालन बाधित हुआ है. 28 अक्टूबर को इंडिगो और एयर इंडिया एक्सप्रेस की सभी निर्धारित उड़ानें रद्द कर दी गईं. हवाई अड्डा प्राधिकरण ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे यात्रा पर निकलने से पहले अपनी उड़ान स्थिति की पुष्टि कर लें, ताकि असुविधा से बचा जा सके.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इस क्षेत्र के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. विभाग का कहना है कि मोन्था अगले 24 घंटों में एक गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है. इसके 28 अक्टूबर की शाम या रात तक काकीनाडा के आसपास, मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच तट से टकराने की संभावना है.
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि इस दौरान 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएँ चल सकती हैं, जो कुछ क्षेत्रों में 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुँच सकती हैं.
तटीय इलाकों में निकासी जारी
राज्य प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए पूर्वी और पश्चिमी गोदावरी, कोनासीमा और विशाखापत्तनम जिलों के निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाना शुरू कर दिया है. एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) और एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटाई गई हैं.
मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने सभी विभागों को आपात तैयारी के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि बिजली और पानी की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए तथा अस्थायी आश्रय और चिकित्सा सुविधाएँ पूर्ण रूप से सक्रिय रहें. सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे घर के अंदर रहें, समुद्री क्षेत्रों से दूरी बनाए रखें और प्रशासन द्वारा जारी सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करें.
भाजपा ने जारी किया हाई अलर्ट
चक्रवात की गंभीरता को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी राहत कार्यों के लिए अपनी इकाइयों को अलर्ट कर दिया है. पार्टी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की.
नड्डा ने कहा कि सभी राज्य इकाइयाँ स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर तैयारी, राहत और पुनर्वास कार्यों में सहयोग करें. उन्होंने जनता से आग्रह किया कि वे तूफान के दौरान सावधानी बरतें और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें.


