भारत-पाक तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की बड़ी बैठक आज, तीनों सेना प्रमुख और CDS रहेंगे मौजूद
India Pakistan tension: भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज एक अहम बैठक कर रहे हैं. इस बैठक में तीनों सेनाओं के प्रमुखों और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) की मौजूदगी में मौजूदा हालात की समीक्षा की जाएगी.

India Pakistan tension: भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज एक अहम उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं. इस बैठक में तीनों सेनाओं थलसेना, वायुसेना और नौसेना के प्रमुखों के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) भी शामिल होंगे. उरी सेक्टर में लगातार गोलीबारी और पाकिस्तान की ओर से नागरिकों को निशाना बनाए जाने की घटनाओं के मद्देनजर यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
बैठक का मुख्य उद्देश्य वर्तमान हालात की समीक्षा करना और आगे की रणनीति को मजबूत करना है. सीमावर्ती इलाकों में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सेना द्वारा उठाए गए कदमों की समीक्षा भी बैठक के एजेंडे में शामिल है. वहीं, ऑपरेशन सिंदूर के चलते पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ती जा रही है और भारतीय सेना लगातार जवाबी कार्रवाई कर रही है.
राजनाथ सिंह की रणनीतिक बैठक
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं. इस बैठक में थलसेना, वायुसेना और नौसेना प्रमुखों के अलावा CDS भी मौजूद हैं. यह बैठक नियंत्रण रेखा (LOC) पर बनी स्थिति की समीक्षा के लिए बुलाई गई है, जहां पाकिस्तान की ओर से लगातार फायरिंग की जा रही है.
ऑपरेशन सिंदूर से कांपा पाकिस्तान
सूत्रों के अनुसार, उरी में पाकिस्तान की ओर से की जा रही आक्रामक कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर के प्रभाव का परिणाम है. इस रणनीतिक भारतीय सैन्य अभियान से पाकिस्तान सेना में घबराहट फैली हुई है और वे रक्षात्मक मुद्रा में आ गए हैं.
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ऑपरेशन सिंदूर का असर: भारतीय सेना द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान ने पाकिस्तान को हिलाकर रख दिया है.
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जवाबी कार्रवाई: पाकिस्तान द्वारा नागरिक इलाकों को निशाना बनाए जाने के बावजूद भारतीय सेना ने सशक्त और निर्णायक जवाब दिया है.
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पाकिस्तानी नेतृत्व में बेचैनी: रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान का नेतृत्व भारतीय सैन्य क्षमता के सामने दबाव में है.
बैठक का मुख्य एजेंडा
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वर्तमान हालात की समीक्षा: उरी सहित पूरे एलओसी क्षेत्र में जारी तनाव की गहन समीक्षा की जाएगी.
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तीनों सेनाओं के बीच समन्वय: सेना, वायुसेना और नौसेना के बीच सटीक रणनीति और तालमेल सुनिश्चित किया जाएगा.
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नागरिक सुरक्षा: सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले नागरिकों की सुरक्षा को लेकर विशेष रणनीति पर विचार किया जाएगा.
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ऑपरेशन सिंदूर की समीक्षा: इस सैन्य अभियान की प्रगति और आगामी कदमों पर चर्चा होगी.
क्या होगी आगे की रणनीति?
राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हो रही बैठक में यह तय किया जाएगा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा को कैसे और मजबूत किया जाए. सेना पहले ही मुस्तैद है और ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान की स्थिति लगातार कमजोर होती जा रही है. भारत अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और नागरिकों को पूर्ण सुरक्षा का भरोसा दिया गया है.