दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक, बिहार, ओडिशा ने पाकिस्तानी नागरिकों को भेजना किया शुरू, पहलगाम हमले के बाद केंद्र ने जारी किए थे आदेश
सरकार की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि सभी मौजूदा वैध वीजा 27 अप्रैल से रद्द कर दिए जाएंगे, हालांकि चिकित्सा उद्देश्यों के लिए जारी किए गए वीजा 29 अप्रैल तक मान्य रहेंगे. दीर्घकालिक, राजनयिक और आधिकारिक वीजा को इस आदेश से छूट दी गई है.

पिछले हफ्ते जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के मद्देनज़र केंद्र सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने का बड़ा फैसला लिया है. इस आदेश के बाद दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक, बिहार और ओडिशा समेत कई राज्यों ने अल्पकालिक वीजा पर रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का निर्देश देना शुरू कर दिया है. सरकार की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि सभी मौजूदा वैध वीजा 27 अप्रैल से रद्द कर दिए जाएंगे, हालांकि चिकित्सा उद्देश्यों के लिए जारी किए गए वीजा 29 अप्रैल तक मान्य रहेंगे. दीर्घकालिक, राजनयिक और आधिकारिक वीजा को इस आदेश से छूट दी गई है.
दिल्ली में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर
राजधानी दिल्ली में गृह मंत्री आशीष सूद ने स्थानीय नागरिकों से अपील की है कि वे गैर-कानूनी रूप से रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान में मदद करें. दिल्ली सरकार ने पुलिस और अन्य एजेंसियों को निर्देश दिया है कि वे 26 से 29 अप्रैल के बीच सभी संबंधित नागरिकों की पहचान कर उन्हें देश छोड़ने के लिए कहें.
महाराष्ट्र में 55 पाकिस्तानी नागरिकों को छोड़ना होगा देश
महाराष्ट्र में कुल 55 पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने के लिए नोटिस दिया गया है. ये नागपुर, ठाणे, जलगांव, पुणे, मुंबई और रायगढ़ जैसे जिलों में रह रहे थे. अधिकारियों ने जानकारी दी है कि नागपुर में सबसे ज्यादा 18 पाकिस्तानी नागरिक हैं. नासिक में छह पाकिस्तानी महिलाओं की मौजूदगी की पुष्टि की गई है, हालांकि उनके निर्वासन को लेकर अभी कोई आधिकारिक आदेश नहीं मिला है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य में 5,037 पाकिस्तानी नागरिक रहते हैं, जिनमें से 107 का कोई पता नहीं चल पाया है और 34 अवैध रूप से रह रहे हैं.
कर्नाटक में छात्रों को भी छोड़ना होगा भारत
कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने बताया कि राज्य सरकार ने सभी जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दे दिए हैं. बेंगलुरु, गुलबर्गा और अन्य शहरों में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर उन्हें देश छोड़ने के लिए कहा जा रहा है. गुलबर्गा में नौ पाकिस्तानी नागरिकों में से छह को निर्वासित कर दिया गया है.
बिहार के उपमुख्यमंत्री ने दी सख्त चेतावनी
बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार केंद्र के निर्देशानुसार सभी पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करेगी और उन्हें हर हाल में वापस भेजा जाएगा. पटना में रहने वाली सभी पाकिस्तानी महिलाएं हैं, जिनमें 24 दीर्घकालिक वीजा पर हैं. कुछ ने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन भी कर रखा है.
ओडिशा में 12 नागरिकों की पहचान, जल्द होगी वापसी
ओडिशा के डीजीपी वाईबी खुरानिया ने जानकारी दी कि राज्य के विभिन्न जिलों में 12 पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की जा चुकी है. पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि 48 घंटे के भीतर इनका निर्वासन सुनिश्चित करें. साथ ही राज्य के कानून मंत्री ने संकेत दिया है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ भी जल्द बड़ी कार्रवाई होगी.
केंद्र की सख्ती के पीछे पहलगाम हमला
इस पूरी प्रक्रिया की शुरुआत पहलगाम आतंकी हमले के बाद हुई, जिसमें 26 पर्यटकों की जान चली गई थी. इस हमले के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से व्यक्तिगत रूप से बात कर सख्त कार्रवाई का आग्रह किया था.