दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को सरकार का बड़ा ऐलान, कक्षा 5 तक की पढ़ाई अब हाइब्रिड मोड में
दिल्ली की हवा फिर से 'गंभीर' स्तर पर पहुंच गई है, जिससे पूरे इलाके में GRAP स्टेज 3 के सख्त नियम लागू हो गए हैं. इन उपायों के तहत, कक्षा 5 तक के स्कूलों को हाइब्रिड ऑनलाइन में शिफ्ट करने का आदेश दिया गया है.

नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचने के बाद केंद्र सरकार ने मंगलवार को ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे चरण के तहत सख्त पाबंदियां लागू कर दी हैं. राजधानी में वायु प्रदूषण का स्तर 400 के पार पहुंचने से हालात बिगड़ गए हैं. प्रशासन ने पांचवीं कक्षा तक के स्कूलों को हाइब्रिड लर्निंग मोड अपनाने के निर्देश दिए हैं, जिससे बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कर सकें.
वहीं, बढ़ते प्रदूषण और बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ते असर के खिलाफ दिल्ली में जगह-जगह प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. कई छात्र संगठनों, पर्यावरण कार्यकर्ताओं और अभिभावकों ने सरकार से तत्काल कदम उठाने की मांग की है.
दिल्ली में AQI 425 पार, स्मॉग ने बिगाड़े हालात
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण आयोग (CAQM) के अनुसार, दिल्ली का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 10 नवंबर को जहां 362 था, वहीं सोमवार सुबह बढ़कर 425 तक पहुंच गया. आयोग ने कहा कि धीमी हवाओं और स्थिर मौसम की वजह से प्रदूषक तत्व सतह पर फंस गए हैं, जिससे स्मॉग की स्थिति और गंभीर हो गई है.
स्कूलों में हाइब्रिड लर्निंग लागू
सरकार ने ग्रैप-3 के तहत पांचवीं तक के सभी स्कूलों में ऑनलाइन या हाइब्रिड मोड से कक्षाएं संचालित करने के निर्देश जारी किए हैं. यह फैसला बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. इसके अलावा, प्रशासन ने नागरिकों को गैर-जरूरी यात्रा से बचने और वर्क फ्रॉम होम अपनाने की सलाह दी है.
स्वच्छ हवा की मांग को लेकर प्रदर्शन तेज
दिल्ली में प्रदूषण को लेकर छात्रों और अभिभावकों का गुस्सा सड़कों पर नजर आया. एनएसयूआई (NSUI) के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के आवास के बाहर प्रदर्शन किया और “I miss breathing” जैसे संदेशों वाले बैनर थामे सरकार से कार्रवाई की मांग की.
इंडिया गेट पर धरना
इंडिया गेट पर पर्यावरण कार्यकर्ताओं, छात्रों और अभिभावकों ने धरना दिया. प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली को “गैस चैंबर” बताते हुए तत्काल हस्तक्षेप की मांग की. पुलिस ने अनुमति के बिना जमा होने पर AISA, JNUSU और DUSU से जुड़े कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया.
पर्यावरण कार्यकर्ता भावरीन खंडारी ने कहा कि हमने मुख्यमंत्री से मिलने का अनुरोध किया था, लेकिन मना कर दिया गया. माता-पिता यहां इसलिए हैं क्योंकि उनके बच्चे बीमार हो रहे हैं. हमें जवाबदेही चाहिए, बहाने नहीं.
वहीं, एक अन्य प्रदर्शनकारी अभिषेक ने कहा कि कभी दिल्ली को हरियाली के लिए जाना जाता था, आज यह दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल है. नेता सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप में व्यस्त हैं, समाधान कोई नहीं दे रहा.”
क्या है ग्रैप-3 की पाबंदियां
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ग्रैप-3 लागू होने के साथ ही दिल्ली-एनसीआर में कई कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं, जिनमें शामिल हैं —
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गैर-जरूरी निर्माण और ध्वस्तीकरण कार्यों पर रोक
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पुराने डीजल वाहनों का संचालन बंद
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पांचवीं तक के स्कूल बंद, ऑनलाइन कक्षाओं की अनुमति
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कंपनियों को वर्क फ्रॉम होम की सलाह
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सीमेंट, बालू जैसी सामग्रियों की ट्रकों से आवाजाही पर रोक


