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रेखा गुप्ता ने ली शपथ, कितनी संपत्ति की मालिक है दिल्ली की मुख्यमंत्री

हलफनामे के अनुसार सीएम रेखा गुप्ता के पास कोई वाहन नहीं है और उनके पास 18 लाख रुपये के आभूषण हैं। वित्तीय वर्ष 2023-2024 में श्री गुप्ता की आय 97,33,570 रुपये थी। उनकी चल संपत्ति 1.14 करोड़ रुपये और अचल संपत्ति 30 लाख रुपये की है।

Lalit Sharma
Edited By: Lalit Sharma

भाजपा की रेखा गुप्ता ने आज अपने छह कैबिनेट सहयोगियों के साथ दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली । शालीमार बाग से पहली बार विधायक बनीं सुश्री गुप्ता ने 26 साल से अधिक समय के बाद राष्ट्रीय राजधानी में अपनी पार्टी की सत्ता में वापसी के 11 दिन बाद प्रतिष्ठित रामलीला मैदान में एक भव्य समारोह में शपथ ली।

रेखा गुप्ता की कुल संपत्ति

2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग (ईसी) को सौंपे गए रेखा गुप्ता के हलफनामे के अनुसार , उन्होंने वित्तीय वर्ष 2023-24 में अपनी कुल आय 6,92,050 रुपये घोषित की है। उन्होंने 15 जनवरी को दाखिल हलफनामे में बताया कि उनकी चल संपत्ति 1.25 करोड़ रुपये की है। इसके अलावा उनके पास 2.3 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति भी है। 50 वर्षीय राजनेता पर 48.44 लाख रुपये का कर्ज है। उनके हलफनामे से पता चला कि उनके पास दो आवासीय संपत्तियां हैं, जिनमें से एक पर उनका अपने पति मनीष गुप्ता के साथ सह-स्वामित्व है।  उनके पास कोई वाहन नहीं है और उनके पास 18 लाख रुपये के आभूषण हैं। वित्तीय वर्ष 2023-2024 में श्री गुप्ता की आय 97,33,570 रुपये थी। उनकी चल संपत्ति 1.14 करोड़ रुपये और अचल संपत्ति 30 लाख रुपये की है।

दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बनी 

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) की पूर्व अध्यक्ष रेखा गुप्ता भाजपा की सुषमा स्वराज, कांग्रेस की शीला दीक्षित और आम आदमी पार्टी की आतिशी के बाद दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बन गई हैं। उन्होंने 5 फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव में शालीमार बाग सीट से आप उम्मीदवार बंदना कुमारी को 29,000 से अधिक मतों से हराया था। गौरतलब है कि गुप्ता ने 2015 और 2020 के दिल्ली चुनावों में शालीमार बाग सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन दोनों ही वर्षों में उन्हें आप की बंदना कुमारी से हार का सामना करना पड़ा था।  19 जुलाई 1974 को हरियाणा के जींद जिले के नंदगढ़ गांव में जन्मी सुश्री गुप्ता के पिता एक बैंक अधिकारी थे। 1976 में उनका परिवार पड़ोसी दिल्ली में रहने चला गया।

1996-1997 के कार्यकाल में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष बनी

छात्र राजनीति में उनकी सक्रिय भागीदारी के कारण उन्हें 1996-1997 के कार्यकाल के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) का अध्यक्ष चुना गया। उन्होंने दयाल सिंह कॉलेज की सचिव के रूप में भी काम किया और छात्र सक्रियता में गहराई से शामिल रहीं, जिसने उन्हें सार्वजनिक जीवन में आगे बढ़ाया।
 
2000 में भाजपा के साथ शुरु हुआ राजनीतिक करियर 

भाजपा के साथ उनका राजनीतिक करियर 2000 के दशक की शुरुआत में शुरू हुआ। वह पार्टी की युवा शाखा, भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) में शामिल हुईं और दिल्ली इकाई में सचिव की भूमिका निभाई। इसके बाद उन्हें 2004 से 2006 तक भाजयुमो का राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया गया। 2007 में, वह एमसीडी चुनावों में उत्तरी पीतमपुरा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए पार्षद चुनी गईं। वह 2007 से 2009 तक एमसीडी में महिला कल्याण एवं बाल विकास समिति की अध्यक्ष रहीं।

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20 February 2025, 02:09 PM IST

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