DGCA ने बोइंग 787 बेड़े पर अनिवार्य सुरक्षा जांच का दिया आदेश, एयर इंडिया ने देरी की चेतावनी
एयर इंडिया ने DGCA के आदेश पर बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों का अनिवार्य सुरक्षा निरीक्षण शुरू किया है. अहमदाबाद हादसे के बाद लंबी दूरी की उड़ानों में देरी संभव है. जांच में नौ विमान पूरी तरह जांचे जा चुके हैं, जबकि बाकी की प्रक्रिया जारी है. AAIB ब्लैक बॉक्स डेटा से दुर्घटना की तहकीकात कर रहा है.

एयर इंडिया ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के आदेश के बाद अपने बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों का अनिवार्य सुरक्षा निरीक्षण शुरू कर दिया है. यह कदम अहमदाबाद से लंदन जा रहे एक ड्रीमलाइनर विमान की दुर्घटना के बाद उठाया गया है, जिसमें कम से कम 265 लोगों की मौत हुई. इस हादसे के बाद लंबी दूरी की उड़ानों में देरी की संभावना जताई गई है.
कैसे हुआ हादसा?
23 मई को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास एक एयर इंडिया बोइंग 787 विमान एक आवासीय इमारत में जा गिरा. यह मॉडल अपनी वाणिज्यिक सेवा की शुरुआत के बाद पहली बार इस तरह की घातक दुर्घटना का शिकार हुआ है.
जांच और निरीक्षण की प्रक्रिया
एयर इंडिया ने शनिवार तक पुष्टि की कि नौ विमानों पर आवश्यक सुरक्षा जांच पूरी हो गई है, जबकि बाकी 24 विमानों की जांच नियामक द्वारा निर्धारित समय सीमा में पूरी की जाएगी. सभी विमानों को भारत लौटने पर निरीक्षण से गुजरना होगा और मंजूरी के बाद ही परिचालन की अनुमति मिलेगी.
मुख्य निरीक्षण केंद्रित क्षेत्र
ड्रीमलाइनर विमानों के निरीक्षण में जेनएक्स इंजन से जुड़े प्रमुख सिस्टम की जांच शामिल है, जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं:
ईंधन पैरामीटर मॉनिटरिंग
केबिन वायु संपीड़न प्रणाली
इलेक्ट्रॉनिक इंजन नियंत्रण इकाइयां
इंजन एक्ट्यूएटर तेल प्रणाली
हाइड्रोलिक प्रणाली की अखंडता
टेकऑफ़ प्रदर्शन पैरामीटर
DGCA के निर्देश और नए नियम
DGCA ने बोइंग 787 विमानों में लगातार तकनीकी खराबियों की जानकारी दी है. 15 जून से सभी 787 उड़ानों को उड़ान भरने से पहले अनिवार्य सुरक्षा जांच से गुजरना होगा. इसके साथ ही दो सप्ताह के भीतर अतिरिक्त पावर एश्योरेंस और उड़ान नियंत्रण की जांच भी आवश्यक होगी.
एविएशन मंत्री क्या बोले?
नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू ने कहा कि भारत के 34 ड्रीमलाइनर विमानों पर पूरी निगरानी की जा रही है. पहले ही आठ विमानों की जांच पूरी हो चुकी है. उन्होंने दुर्घटना की गंभीरता को स्वीकार करते हुए कहा कि जांच अत्यंत गंभीरता से ली जा रही है.
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की भूमिका
एएआईबी ने जांच शुरू कर दी है और फोरेंसिक एवं मेडिकल विशेषज्ञों को टीम में शामिल किया है. जांच में ब्लैक बॉक्स डेटा महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. मंत्रालय ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी पहलुओं की गहन जांच की जाएगी.
बोइंग पर बढ़ती नजर
यह दुर्घटना बोइंग के विमान सुरक्षा मानकों और उत्पादन प्रक्रियाओं की बढ़ती जांच को जन्म देती है. पिछले वर्षों में बोइंग विमान कई दुर्घटनाओं और गुणवत्ता संबंधी मुद्दों के कारण आलोचनाओं के केंद्र में रहे हैं. इस मामले की जांच के परिणाम वैश्विक विमानन सुरक्षा प्रोटोकॉल और विमान निर्माता के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं.


