डॉ. उमर एक भटका हुआ नौजवान... कांग्रेस सांसद ने दिल्ली ब्लास्ट के आरोपी का किया बचाव, राजनीतिक में मचाया बवाल
दिल्ली के लाल किले पर कार बम धमाके के बाद कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने हमलावर डॉ. उमर उन नबी को भटका हुआ नौजवान कहकर आग में घी डाल दिया है. बीजेपी ने तीखा पलटवार किया तो मसूद ने सफाई दिया कि इस्लाम में मासूमों की हत्या हराम है, ये भटके लोग धर्म की छवि खराब कर रहे हैं.

नई दिल्ली: दिल्ली के ऐतिहासिक रेड फोर्ट में हुए कार ब्लास्ट के बाद कांग्रेस सांसद इमरान मसूद की टिप्पणी ने राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया है. मसूद ने ब्लास्ट के पीछे जिम्मेदार डॉ. उमर उन नबी को 'भटक गए युवाओं' का दर्जा दिया, जिससे सियासी हलकों में गर्माहट बढ़ गई. जिसके बाद मसूद ने स्पष्ट किया कि उनका यह मतलब ये नही था कि आतंकवाद या किसी निर्दोष की हत्या इस्लाम में जायज है. उन्होंने कहा कि मैं उस वीडियो से सहमत नहीं हूं जो surfaced हुआ है. ऐसा कहा जा रहा है कि उसने सुसाइड अटैक को जायज ठहराया. इस्लाम में निर्दोष लोगों की हत्या कभी भी स्वीकार्य नहीं है.
इमरान मसूद ने आगे कहा कि आप निर्दोष लोगों की हत्या कर रहे हैं, और यह इस्लाम सिखाता नहीं है. ये भटक गए लोग हैं और उनके कृत्य इस्लाम की सच्ची छवि को दर्शाते नहीं हैं. मसूद के इस बयान के बाद BJP नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और कांग्रेस पर कटाक्ष किया और डॉ. उमर ने सुसाइड अटैक को 'शहीदी ऑपरेशन' बताया.
वीडियो में डॉ. उमर, जो जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के निवासी हैं, ने सुसाइड बमिंग को 'शहीदी ऑपरेशन' बताया. उन्होंने कहा कि जिसको आमतौर पर सुसाइड बमिंग कहा जाता है, वह इस्लाम में शहादत ऑपरेशनके रूप में देखा जाता है. यह वीडियो दिखाता है कि कैसे डॉ. उमर का मानसिकरण और विचार प्रक्रिया चरमपंथ की ओर उन्मुख हो गई थी.
कांग्रेस का निशाना
BJP के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने मसूद की टिप्पणी को 'आतंकवाद के स्पिन डॉक्टर' बनने जैसा करार दिया. उन्होंने कहा कि दिल्ली ब्लास्ट मास्टरमाइंड वीडियो में सुसाइड बमिंग को जायज ठहरा रहा है, वहीं कांग्रेस सांसद इसे गुमराह युवा कह रहे हैं.
पूर्व उत्तर प्रदेश मंत्री और BJP नेता मोहसिन रजा ने भी कांग्रेस पर कटाक्ष किया और कहा कि पार्टी ने पहले भी लोगों को भटकाया, जो बाद में आतंकवाद की ओर बढ़े. रजा ने कहा, "कांग्रेस के सदस्य जो ऐसे बयान दे रहे हैं और आतंकवादियों का समर्थन करते नजर आते हैं, यही कांग्रेस का पुराना चरित्र है.
रेड फोर्ट ब्लास्ट की जांच
अधिकारियों के अनुसार, 10 नवंबर के ब्लास्ट में डॉ. उमर ने एक बड़ा सुसाइड अटैक अंजाम देने की योजना बनाई थी. जांच में सामने आया कि डॉ. उमर व्हाइट कॉलर फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल का सबसे चरमपंथी सदस्य था. इस मॉड्यूल में नौ-दस सदस्य थे, जिनमें पांच-छह डॉक्टर शामिल थे. ये सभी अल-फलाह यूनिवर्सिटी, फरीदाबाद में कार्यरत थे और अपने मेडिकल साख का इस्तेमाल रसायनों और विस्फोटकों को हासिल करने में कर रहे थे.


