धनबाद के 5 इलाकों में गैस लीक की वजह से मचा हड़कंप, एक हजार लोग हुए प्रभावित
धनबाद के केंदुआ में बुधवार को जमीनी गैस लीक होने के कारण पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई है. बताया जा रहा है कि इस गैस रिसाव से करीब एक हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं.

धनबाद: धनबाद के केंदुआ इलाके में बुधवार सुबह जमीन से गैस लीक की घटना ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी है. अचानक जमीन फटने और उससे गैस निकलने की जानकारी मिलते ही आसपास के मोहल्लों में अफरा-तफरी मच गई. मिली जानकारी के मुताबिक, करीब एक हजार से अधिक लोग गैस के प्रभाव से प्रभावित हुए, जबकि दो दर्जन से ज्यादा लोग बीमार पड़े हैं. एक बच्चे की मौत की भी खबर से माहौल और भी चिंताजनक हो गया है.
बच्चे हो रहे बेहोश
गैस लीक का असर केंदुआडीह थाना के पीछे वाले क्षेत्र, राजपूत बस्ती, मस्जिद मोहल्ला और पांच नंबर समेत पांच से अधिक इलाकों में दिखा. स्थानीय लोगों ने बताया कि गैस फैलने के बाद हवा में तेज बदबू फैल गई, जिससे कई बच्चे बेहोश होकर गिर पड़े. कई लोगों को उल्टी, चक्कर और सांस लेने में दिक्कत होने लगी. पक्षियों की मौत और पालतू जानवरों पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है. घबराए परिजनों ने मरीजों को नजदीकी अस्पतालों और क्लिनिक में भर्ती करा दिया है.
बीसीसीएल की सेफ्टी टीम और पुलिस मौके पर पहुंची
घटना बीसीसीएल की कोयला परियोजना क्षेत्र में हुई, जिसके बाद कंपनी की सेफ्टी टीम मौके पर पहुंची. गैस का सटीक स्रोत पता लगाने के लिए डिटेक्टर मशीनों का इस्तेमाल किया गया. प्रारंभिक जांच में गैस निकलने का स्थान थाना के पास स्थित जीएम गेस्ट हाउस क्षेत्र के आसपास माना जा रहा है.
सेफ्टी अधिकारी ने बताया कि गैस की मात्रा का पता अभी नहीं चल पाया है, लेकिन बदबू काफी तेज है, जिससे यह स्पष्ट है कि रिसाव गंभीर स्तर का है. रिसाव बंद करने का प्रयास जारी है और स्थान को चिह्नित करने के लिए कई टीमें काम कर रही हैं.
एंबुलेंस, पुलिस और खाली कराए जा रहे घर
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आधा दर्जन से अधिक एंबुलेंस तैनात की गई हैं. केंदुआडीह थाना पुलिस इलाके में लगातार कैंप कर रही है और घरों को खाली करने की घोषणा लाउडस्पीकर से की जा रही है. बीसीसीएल ने सभी प्रभावित क्षेत्रों को खाली करने का नोटिस जारी किया है ताकि किसी अनहोनी से बचा जा सके.
धनबाद विधायक मौके पर पहुंचे
घटना की सूचना मिलते ही धनबाद विधायक राज सिन्हा मौके पर पहुंचे और प्रभावित परिवारों से बातचीत की. उन्होंने उपायुक्त से तुरंत राहत कार्य शुरू करने की मांग की है. हालांकि, स्थानीय लोगों ने शिकायत की कि जिला प्रशासन का कोई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद नहीं था. केवल पुलिस और बीसीसीएल की टीमें ही स्थिति पर नजर रख रही थीं.
लोगों में दहशत, समाधान की उम्मीद
गैस रिसाव होने के बाद से ही लोगों में भारी दहशत है. परिवार अपना सामान लेकर सुरक्षित जगहों की ओर निकल रहे हैं. बीसीसीएल की ओर से आश्वासन दिया गया है कि जैसे ही गैस के स्रोत का पता लग जाएगा, उसे बंद करने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
धनबाद में हुई यह घटना दोबारा कोयला इलाकों की सुरक्षा और निगरानी पर सवाल खड़े करती है. स्थानीय लोग उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द स्थिति नियंत्रण में आए और गैस रिसाव के खतरे को पूरी तरह खत्म किया जाए.


