हरियाणा नगर निकाय चुनाव में BJP को कैसे मिली बंपर जीत, कहीं कांग्रेस की भूमिका तो नहीं

हरियाणा के नगर निकाय चुनावों में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया और 10 नगर निगमों में से 9 पर जीत हासिल की, जिसमें कांग्रेस के दिग्गज नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़, रोहतक भी शामिल है. मानेसर में निर्दलीय महिला उम्मीदवार की जीत हुई, जो बीजेपी की बागी उम्मीदवार मानी जा रही हैं. इस चुनाव में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली, जबकि पार्टी को विधानसभा चुनावों में भी हार का सामना करना पड़ा था. इस पर सवाल उठने लगे हैं कि क्या कांग्रेस का प्रदर्शन इस हार के लिए जिम्मेदार है.

Haryana Municipal Elections: हरियाणा निकाय चुनावों में बीजेपी ने कांग्रेस को उसके गढ़ों में भी मात दी, जिसमें रोहतक और जुलाना जैसे क्षेत्रों का नाम शामिल है. कांग्रेस उम्मीदवारों की हार बड़े अंतर से हुई, जैसे फरीदाबाद में बीजेपी की परवीन जोशी ने 3 लाख वोटों से जीत हासिल की और गुरुग्राम में राज रानी ने 1.79 लाख वोटों से विजय प्राप्त की. यह स्थिति कांग्रेस के लिए चिंताजनक बन गई है, खासकर तब जब पार्टी के पास अपने गढ़ों में भी कोई ताकत नहीं दिखी.

कांग्रेस पार्टी ने चुनाव के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा को नेता प्रतिपक्ष नहीं चुना, जो पार्टी के लिए एक बड़ी चूक साबित हुई. हुड्डा का दबदबा राज्य में बहुत मजबूत माना जाता है, और उनकी अहमियत को नजरअंदाज कर पार्टी की स्थिति कमजोर हुई. इस तरह की स्थिति में कांग्रेस को अपनी रणनीति पर पुनः विचार करना होगा. चुनावों के दौरान हुड्डा का ग्राउंड पर न होना और उनके नेतृत्व में कोई ठोस कार्यवाही न होना भी हार की वजह रही.

दिल्ली की तरह रहा संघर्ष का अभाव

दिल्ली में आम आदमी पार्टी बीजेपी के खिलाफ लगातार संघर्ष कर रही है, लेकिन हरियाणा में कांग्रेस की आवाज पूरी तरह से गायब थी. पार्टी ने न तो कोई धरना प्रदर्शन किया और न ही किसानों और आम आदमी के मुद्दों को लेकर कोई बड़ा कदम उठाया. इसका असर कांग्रेस के प्रदर्शन पर पड़ा और पार्टी को कमजोर दिखाया. 

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की कार्यशैली

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सरलता और सर्वसुलभता ने बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाया. वह जनता के साथ सीधे संवाद करते हैं, और उनकी कार्यशैली की सराहना की जाती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनकी विनम्रता और विवेकशीलता की तारीफ करते हैं. यही कारण है कि सैनी के नेतृत्व में बीजेपी को व्यापक समर्थन मिला. 

जनता की सोच और 'ट्रिपल इंजन' सरकार

हरियाणा की जनता अब समझ चुकी है कि स्थानीय निकायों की सफलता के लिए राज्य और केंद्र में एक जैसी सरकार का होना जरूरी है. इस बार, जनता ने बीजेपी को समर्थन दिया, क्योंकि उन्हें विश्वास था कि ट्रिपल इंजन वाली सरकार ही उनके मुद्दों का समाधान कर सकती है. 

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12 March 2025, 10:09 PM IST

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