पाकिस्तान की नाकेबंदी की तैयारी में भारत...सागर, सीमा और सैटेलाइट से चौकसी
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. भारत ने पाकिस्तान की तेल आपूर्ति, बंदरगाहों और नौसेना गतिविधियों पर निगरानी तेज कर दी है. हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता के संकेत मिलने के बाद भारत ने सिंधु जल संधि निलंबित कर दी और राजनयिक व व्यापारिक संबंध सीमित कर दिए. पाकिस्तान ने संभावित भारतीय हमले को लेकर चिंता जताई है और जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है. दोनों देशों की सेनाएं सतर्क हैं.

भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों में बढ़ते तनाव के बीच भारतीय सेना ने पश्चिमी सीमा पर अपनी निगरानी को और अधिक कड़ा कर दिया है. सेना अब पाकिस्तान को उसके मित्र देशों द्वारा दी जा रही ईंधन आपूर्ति और समुद्र में सक्रिय पाकिस्तानी युद्धपोतों की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रख रही है. खासकर कराची और अन्य बंदरगाहों के आस-पास के क्षेत्र पर भारतीय निगरानी प्रणाली सक्रिय रूप से काम कर रही है.
तेल संकट और सहयोगी देशों से मदद
पाकिस्तान को हाल ही में तेल की भारी कमी का सामना करना पड़ा है. सूत्रों के अनुसार, पहलगाम में आतंकी हमले के समय पाकिस्तान के पास सीमित मात्रा में ही तेल का भंडार था. इस स्थिति से निपटने के लिए पाकिस्तान ने अपने पारंपरिक सहयोगियों खासकर खाड़ी देशों से तत्काल सहायता की मांग की है.
भारतीय नौसेना की बढ़ी हुई निगरानी
भारतीय नौसेना ने अरब सागर में निगरानी और खुफिया जानकारी जुटाने के लिए पी-8आई समुद्री गश्ती विमान और एमक्यू-9बी ड्रोन की तैनाती बढ़ा दी है. इन विमानों की मदद से पाकिस्तान के बंदरगाहों और वहां पहुंचने वाले तेल व रसद से भरे जहाजों की गतिविधियों पर सतत नजर रखी जा रही है. इसके अलावा, भारतीय उपग्रह प्रणाली भी पाकिस्तान के साथ-साथ उसके सहयोगी नौसेना बलों की हलचलों का विश्लेषण कर रही है.
पहलगाम हमला के बाद बढ़ा तनाव
22 अप्रैल को कश्मीर की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों को और बिगाड़ दिया है. इस हमले में 26 नागरिकों की मौत हो गई थी, जबकि 17 लोग घायल हुए थे. हमले की जांच में शामिल दो आतंकियों के पाकिस्तान से संबंध सामने आए हैं, जिसके बाद भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी.
भारत के कड़े जवाब
भारत सरकार ने इस हमले के बाद कई अहम कदम उठाए हैं. सबसे प्रभावशाली निर्णय 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित करना रहा, जिससे पाकिस्तान को भारी झटका लगा है. इसके अलावा, भारत ने राजनयिक संबंधों को न्यूनतम कर दिया है और पाकिस्तान के साथ सभी प्रकार के व्यापारिक लेन-देन पर रोक लगा दी है.
पाकिस्तान की चिंता
पाकिस्तान में भारत की संभावित सैन्य कार्रवाई को लेकर चिंता गहराई हुई है. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने सार्वजनिक रूप से दावा किया कि भारत नियंत्रण रेखा (LoC) पर किसी भी समय सैन्य कार्रवाई कर सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि यदि भारत हमला करता है, तो पाकिस्तान माकूल जवाब देगा. इसके अलावा, पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनरो ने भी चेतावनी दी कि उनकी सेना अपने नागरिकों की रक्षा के लिए पूरी ताकत लगाएगी.


