जम्मू-कश्मीरः बडगाम में सीआरपीएफ का वाहन खाई में गिरा, कई जवान घायल
जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले के तंगनार इलाके में सीआरपीएफ का एक वाहन खाई में गिरने से दस सुरक्षाकर्मी घायल हो गए. यह वाहन बीरवाह के हरदु पंजू एसओजी कैंप से जवानों को लेकर लौट रहा था, जब पहाड़ी रास्ते पर संतुलन बिगड़ने से हादसा हो गया. घायलों में आठ सीआरपीएफ जवान और दो एसपीओ शामिल हैं. स्थानीय लोगों और राहत दलों ने तत्काल बचाव कार्य शुरू किया, जबकि घटना की जांच प्रशासन द्वारा शुरू कर दी गई है.

जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में मंगलवार को एक गंभीर सड़क दुर्घटना में दस सुरक्षाकर्मी घायल हो गए, जब केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का एक वाहन दूधपथरी क्षेत्र के तंगनार इलाके में खाई में गिर गया. यह वाहन खानसाहिब तहसील में पहाड़ी रास्ते से गुजर रहा था, जब अचानक चालक का नियंत्रण वाहन से हट गया और यह ढलान से नीचे गिर पड़ा.
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, दुर्घटनाग्रस्त वाहन सीआरपीएफ की 181वीं बटालियन का था और यह बीरवाह क्षेत्र के हरदु पंजू स्थित एसओजी (विशेष अभियान समूह) कैंप से जवानों को लेकर आ रहा था. अचानक मोड़ पर वाहन अनियंत्रित हो गया और कई बार पलटते हुए खाई में जा गिरा.
दो जवानों की हालत गंभीर
इस दुर्घटना में घायल होने वालों में आठ सीआरपीएफ जवान और जम्मू-कश्मीर पुलिस के दो विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) शामिल हैं. बताया जा रहा है कि इनमें से नौ घायल जवान विशेष त्वरित कार्रवाई दल (क्यूएटी) से संबंधित हैं, जो दक्षिण श्रीनगर रेंज के तहत कार्यरत हैं. इन सभी को पहले खानसाहिब उप-जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर होने पर उन्हें श्रीनगर के 92 बेस अस्पताल भेजा गया. अस्पताल सूत्रों के अनुसार, दो जवानों की हालत चिंताजनक बनी हुई है.
बचाव अभियान के लिए आगे आए स्थानीय लोग
दुर्घटना के तुरंत बाद स्थानीय नागरिक मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य में तेजी से हिस्सा लिया. उन्होंने घायल जवानों को वाहन से बाहर निकालने में मदद की और आपातकालीन सेवाओं को सूचित किया. पुलिस और राहत दलों ने मौके पर पहुंचकर समन्वित प्रयासों से घायलों को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया.
कारणों की जांच जारी
पुलिस के अनुसार, शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि या तो खराब सड़क की स्थिति या वाहन में यांत्रिक गड़बड़ी के चलते यह दुर्घटना हुई हो सकती है. हालांकि, इस पर अंतिम निष्कर्ष जांच पूरी होने के बाद ही निकल सकेगा. अधिकारियों ने यह भी बताया कि वाहन का पंजीकरण विवरण अब तक सामने नहीं आया है.
सुरक्षाकर्मियों के लिए चुनौतीपूर्ण हालात
यह हादसा एक बार फिर यह दर्शाता है कि जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी क्षेत्रों में सुरक्षाकर्मियों को किन खतरनाक परिस्थितियों में काम करना पड़ता है. ऊबड़-खाबड़ सड़कों, बदलते मौसम और दूरदराज के मार्गों के चलते दुर्घटनाओं की आशंका हमेशा बनी रहती है. प्रशासन की ओर से घायलों के इलाज और परिवारों को सूचित करने की प्रक्रिया तेजी से जारी है. साथ ही, यह सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके.


