आंध्र प्रदेश के श्रीशैलम मंदिर में बड़ा हादसा, दीवार गिरने से 9 श्रद्धालुओं की मौत, कई घायल
देर रात देश के दो हिस्सों से दुखद खबरें सामने आईं. कोलकाता के एक होटल में भीषण आग लगने से 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि आंध्र प्रदेश के श्रीशैलम नरसिंह मंदिर में चंदनोत्सव के दौरान दीवार गिरने से 9 भक्तों की जान चली गई. कई लोग घायल हुए हैं.

आंध्र प्रदेश के श्रद्धालुओं के लिए बुधवार की सुबह एक दुखद खबर लेकर आई. कर्नूल ज़िले के श्रीशैलम स्थित प्रसिद्ध श्री वराह लक्ष्मी नरसिंह स्वामी मंदिर में चंदनोत्सवम उत्सव के दौरान एक नवनिर्मित दीवार गिरने से कम से कम 9 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए हैं.
यह हादसा उस वक्त हुआ जब सैकड़ों श्रद्धालु मंदिर में भगवान के निज रूप दर्शनम के लिए कतार में खड़े थे. दुर्घटना स्थल 300 रुपये वाली दर्शन कतार के पास स्थित था, जहां अचानक दीवार गिर गई.
क्यों गिरी दीवार?
प्रशासन के अनुसार, घटना के वक्त क्षेत्र में तेज़ बारिश और हवाएं चल रही थीं. लगभग 30 मिनट तक भारी बारिश और तेज हवाओं के चलते दीवार की संरचना कमजोर हो गई और वह ढह गई. इससे कई लोग दीवार के नीचे दब गए. यह हादसा उस समय हुआ जब वंशानुगत ट्रस्टी पुसापति अशोक गजपति राजू द्वारा चंदनम अर्पण कर लौटने के कुछ ही मिनट बाद मंदिर परिसर में भीड़ उमड़ रही थी.
राहत और बचाव कार्य
हादसे के तुरंत बाद राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमों ने मौके पर पहुँचकर बचाव अभियान शुरू किया. घायलों को जल्दी से श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज (KGH) पहुंचाया गया, जहाँ उनका इलाज जारी है. आंध्र प्रदेश की गृह मंत्री वंगलपुडी अनिता ने तुरंत घटनास्थल का दौरा किया और राहत कार्यों का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता देगी और हादसे की जांच के आदेश भी दिए गए हैं.
प्रशासन पर उठे सवाल
श्रद्धालुओं की मौत ने मंदिर प्रशासन और राज्य सरकार की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं. इस तरह के बड़े धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा इंतज़ामों की कमी को लेकर स्थानीय लोग और सामाजिक संगठन नाराज़गी जता रहे हैं. इस हादसे ने एक बार फिर दिखा दिया है कि धार्मिक स्थलों पर भीड़ प्रबंधन और संरचनात्मक सुरक्षा को लेकर सख्त नियमों और निगरानी की ज़रूरत है.


