Nepal Earthquake: नेपाल में फिर डोली धरती, 3.5 तीव्रता का झटका
नेपाल में अक्सर ही भूकंप आते रहते हैं.क्योंकि यह भारतीय और यूरेशियम टेक्टोनिक प्लेटों की अभीसारी सीमा पर स्थित है. भारतीय प्लेट धीरे-धीरे नीचे खिसक रही है.

Nepal Earthquake: नेपाल में रविवार, 6 जुलाई 2025 को हल्के भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 3.5 मापी गई। वहा के स्थानीय समय के अनुसार, यह घटना दोपहर 12:00 बजे (IST) के आसपास हुई। जानकारी के अनुसार, इस भूकंप से किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। भूकंप के झटके नेपाल के कई क्षेत्रों में महसूस किए गए, लेकिन इसकी तीव्रता कम होने के कारण लोगों में डर नहीं फैली। प्नशासन स्थिति पर नजर रखी हुई है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। नेपाल, जो हिमालयी क्षेत्र में स्थित है, भूकंपीय गतिविधियों के लिए सबसे अधिक संवेदनशील माना जाता है।
भूकंप की तीव्रता और जगह
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.5 थी। सह घटना नेपाल के मध्य क्षेत्र में जमीन से लगभग 10 किलोमीटर की गहराई पर था। भूकंप इतना हल्का था कि इससे किसी भी इमारत या किसी भी अन्य तरह का कोई नुकसान होने की कोई सूचना नहीं मिली है।
नेपाल में भूकंप सामान्य घटना है
नेपाल भूकंपीय दृष्टिकोण से सक्रिय क्षेत्र में स्थित है। हिमालयी क्षेत्र में टेक्टोनिक प्लेट्स की गतिविधियों के कारण यहां अक्सर भूकंप के झटके महसूस होते हैं। हालांकि, इस बार का भूकंप कम तीव्रता का था, जिससे कोई बड़ा खतरा नहीं हुआ है.
किसा तरह का नुकसान नहीं, स्थिति सामान्य
स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार भूकंप के कारण किसी भी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। स्थानीय अधिकारीयों के अनुसार, "हमें भूकंप के झटकों की सूचना मिली, लेकिन यह इतना हल्का था कि कोई नुकसान नहीं हुआ। हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं।" लोगों से अपील की गई है कि वे भूकंप के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।साथ ही नेपाल सरकार और आपदा प्रबंधन टीमें भूकंप के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं। भूकंपरोधी इमारतों के निर्माण और आपातकालीन तैयारियों पर जोर दिया जा रहा है।