अब Pak की नहीं होगी परमाणु हमला करने की हिम्मत, Nuclear Attack की धमकी पर CDS अनिल चौहान ने दिया ये जवाब
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाक में तनाव बढ़ा. भारत ने जवाबी कार्रवाई में 7, 8 और 10 मई को पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए. पहले दिन हवाई नुकसान हुआ, लेकिन रणनीति में बदलाव कर भारत ने निर्णायक बढ़त बनाई. CDS अनिल चौहान ने कहा कि भारतीय वायु सेना ने सटीकता से पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट किया, जिसके बाद 10 मई को संघर्षविराम की घोषणा हुई.

जम्मू-कश्मीर के 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले ने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को चरम पर पहुंचा दिया. इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत हुई, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे. इस घटना के बाद भारत ने सख्त कार्रवाई का संकेत दिया और 7 मई को भारतीय वायु सेना ने सीमा पार स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया.
पहले दिन झेला हवाई नुकसान
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने शनिवार को शांगरी-ला डायलॉग (सिंगापुर) में दिए एक साक्षात्कार में बताया कि संघर्ष के शुरुआती दिन भारत को हवाई क्षेत्र में कुछ नुकसान उठाना पड़ा था. हालांकि, उन्होंने इस पर विस्तार से जानकारी देने से परहेज़ करते हुए यह ज़रूर कहा कि नुकसान के बाद रणनीति में बड़ा बदलाव किया गया.
निर्णायक जवाबी हमला
जनरल चौहान के अनुसार, भारतीय सेना ने शुरुआती झटकों से सबक लेते हुए 7, 8 और 10 मई को पाकिस्तान के अंदर स्थित सैन्य ठिकानों पर बेहद सटीक और योजनाबद्ध हवाई हमले किए. उन्होंने बताया कि इन हमलों के दौरान भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली को पूरी तरह बेअसर करते हुए गहरे अंदर तक सटीक हमले किए.
पाकिस्तान के दावों को किया खारिज
पाकिस्तान की ओर से दावा किया गया कि उसने भारतीय वायु सेना के कई लड़ाकू विमानों को मार गिराया है, लेकिन जनरल चौहान ने इन दावों को सिरे से खारिज किया. उन्होंने कहा कि यह अधिक महत्वपूर्ण है कि विमान क्यों गिरे, और उससे क्या सीखा गया, ना कि कितने गिरे.
पाक हवाई ठिकानों पर भारत के हमले
भारतीय सरकार की ओर से पहले ही जानकारी दी गई थी कि 10 मई को भारतीय मिसाइल और ड्रोनों ने पाकिस्तान के कम से कम आठ हवाई अड्डों को निशाना बनाया. इनमें राजधानी इस्लामाबाद के समीप स्थित एक प्रमुख हवाई अड्डा भी शामिल था. इस कार्रवाई ने पाकिस्तान को पीछे हटने पर मजबूर किया और आखिरकार 10 मई को संघर्षविराम की घोषणा कर दी गई.


