एक को छोड़नी थी नौकरी, दूसरे ने अभी-अभी शुरू किया था सफर...एक अनुभवी कैप्टन और एक युवा को-पायलट की अधूरी उड़ान
एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर की अहमदाबाद से लंदन जाने वाली उड़ान हादसे में 241 लोगों की मौत हो गई, जिनमें अनुभवी पायलट सुमीत सभरवाल और युवा सह-पायलट क्लाइव कुंदर भी शामिल थे. हादसे के तकनीकी कारणों की जांच जारी है. दोनों पायलटों की जीवन यात्रा और समर्पण अब अधूरी रह गई.

गुजरात के अहमदाबाद से लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए उड़ान भर रहे एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान की दुर्घटना में 241 लोगों की जान चली गई. इस हादसे में विमान के पायलट कैप्टन सुमीत सभरवाल और सह-पायलट क्लाइव कुंदर की भी मौत हो गई. यह दोनों पायलट कुल मिलाकर 9,300 घंटे की उड़ान का अनुभव रखते थे, जिनमें से अकेले कैप्टन सभरवाल के पास 8,200 घंटे का अनुभव था.
मुंबई के पवई इलाके में रहने वाले कैप्टन सभरवाल विमानन जगत में अपनी शांत स्वभाव, पेशेवर दृष्टिकोण और अनुभव के लिए जाने जाते थे. वे ऐसे परिवार से थे जिनका लंबा संबंध एविएशन क्षेत्र से रहा है. उनके पिता DGCA के पूर्व अधिकारी रह चुके हैं और उनके दो चचेरे भाई भी पायलट हैं.
बीमार पिता के लिए नौकरी छोड़ना चाहते थे सभरवाल
हादसे से कुछ दिन पहले ही उन्होंने अपने बीमार पिता से कहा था कि वे उनकी देखभाल के लिए नौकरी छोड़ने की योजना बना रहे हैं. शिवसेना विधायक दिलीप लांडे हादसे के बाद उनके परिवार से मिलने पहुंचे. दिलीप लांडे ने भी इस बात की पुष्टि की कि सभरवाल अपने पिता की सेवा में जीवन समर्पित करना चाहते थे.
सभरवाल के पारिवारिक मित्र पूर्व वायुसेना अधिकारी संजीव पई ने बताया कि “कैप्टन सुमीत एक बेहद संजीदा और कुशल पायलट थे, जिनके व्यवहार को लेकर कभी कोई शिकायत नहीं सुनी गई. उनकी मौत एयर इंडिया के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है.”
एक उभरते पायलट का अधूरा सपना
फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर, जिनकी उम्र 20 के आसपास थी, मुंबई के कलिना स्थित एयर इंडिया कॉलोनी में पले-बढ़े थे. उनके पास 1,100 घंटे की उड़ान का अनुभव था और वे अपनी मां के पदचिन्हों पर चल रहे थे, जो एक फ्लाइट क्रू मेंबर रह चुकी हैं.
क्लाइव ने अपना प्रशिक्षण बॉम्बे फ्लाइंग क्लब, जुहू से प्राप्त किया और बाद में एक विमान रखरखाव पाठ्यक्रम भी किया था. उनकी बहन क्लीने कुंदर ने बताया कि परिवार को हादसे की जानकारी तब मिली जब वे सिडनी में थे, और वे तुरंत अहमदाबाद रवाना हुए यह जानने के लिए कि क्लाइव की स्थिति क्या है.
अभिनेता विक्रांत मैसी ने जताया दुख
अभिनेता विक्रांत मैसी ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर क्लाइव की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया. उन्होंने लिखा, “यह जानकर और भी दुख हुआ कि मेरे चाचा क्लिफोर्ड कुंदर ने अपने बेटे क्लाइव कुंदर को खो दिया... भगवान सभी को शक्ति दें.”
दुर्घटना के क्षण
रिपोर्ट के अनुसार, विमान टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद, जब वह मात्र 625 फीट की ऊंचाई पर था, उसकी गति में गंभीर गिरावट आई. पायलटों के पास प्रतिक्रिया देने के लिए एक मिनट से भी कम समय था. विमान अहमदाबाद के एक रिहायशी इलाके में जाकर टकराया, जिसके बाद उसमें आग लग गई.
हालांकि एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को “मेडे” सिग्नल मिला, लेकिन इसके बाद कॉकपिट से कोई और संपर्क नहीं हो पाया. अब इस हादसे की विस्तृत जांच जारी है, ताकि इसके पीछे के तकनीकी या मानवीय कारणों को समझा जा सके.


