30 मई को होगा महाभारत! फूटेगा युद्ध का ज्वालामुखी...भारत-पाक तनाव के बीच भविष्यवाणी वायरल

भारत-पाक के बीच जंग शुरू हो गया है. दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है. हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर के बीच स्वामी योगेश्वरानंद गिरि की एक पुरानी भविष्यवाणी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में स्वामी ने 30 मई को महाभारत जैसी ग्रह-स्थितियों के आधार पर एक वैश्विक युद्ध की चेतावनी दी थी.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के बीच एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें प्रसिद्ध संत और ज्योतिषाचार्य स्वामी योगेश्वरानंद गिरि ने 30 मई 2025 को खगोलीय स्थितियों के आधार पर वैश्विक युद्ध की भविष्यवाणी की थी. उनका कहना है कि यह ग्रह-योग महाभारत काल जैसी स्थितियों की याद दिलाता है और इसके पीछे वैज्ञानिक गणनाएं हैं, कोई भावनात्मक अनुमान नहीं.

यह भविष्यवाणी उस समय वायरल हो रही है जब भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और POK में आतंकी ठिकानों पर हमला किया. ऐसे में स्वामी के बयान को कई लोग ब्रह्मांडीय चेतावनी के रूप में देख रहे हैं.

30 मई को बन रहा है युद्धकारी ग्रह-योग

‘The Ranveer Show Hindi’ पर बातचीत के दौरान स्वामी योगेश्वरानंद गिरि ने कहा कि 30 मई के आसपास एक ग्रहीय स्थिति बन रही है. यह ज्योतिषीय दृष्टि से वही योग है जो महाभारत या अन्य बड़े युद्धों के समय बना था. यह कोई अनुमान नहीं है, यह खगोलीय गणना है. उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि यह भविष्यवाणी किसी मनगढ़ंत सोच पर आधारित नहीं, बल्कि विशुद्ध रूप से खगोल शास्त्र पर आधारित है. ये फॉर्मूले हैं. आप खुद भी इसे देख सकते हैं. यह किसी व्यक्ति की कल्पना नहीं है.

भारत के लिए शुरू हो रहा है स्वर्ण युग

स्वामी योगेश्वरानंद गिरि का मानना है कि जहां एक ओर यह खगोलीय घटना विश्व स्तर पर उथल-पुथल ला सकती है, वहीं भारत के लिए यह एक “स्वर्ण युग” की शुरुआत होगी. कम से कम मैं तो यह कह सकता हूं कि भारत के लिए यह स्वर्ण काल है. भारत पूरी तरह से अपनी चोटी पर है. उन्होंने श्री अरविंद, स्वामी विवेकानंद और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जैसे विचारकों और वैज्ञानिकों का हवाला देते हुए कहा कि ये सभी भारत के वैश्विक उदय की भविष्यवाणी पहले ही कर चुके हैं. उन्होंने बताया कि विवेकानंद ने  और पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम ने भी यह बातें कही थी.

युद्ध को बताया यज्ञ का रूप

स्वामी योगेश्वरानंद गिरि ने युद्ध को सिर्फ विनाश नहीं, बल्कि ब्रह्मांडीय संतुलन के लिए कॉस्मिक रीसेट बताया. उन्होंने भगवद गीता के 18वें अध्याय का हवाला देते हुए कहा. युद्ध भी एक प्रकार का यज्ञ है. यज्ञ यानी बलिदान. कृष्ण ने गीता के 18वें अध्याय में कहा है, यज्ञ, दान और तप का त्याग नहीं करना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि जब दुनिया ठहर जाती है और कृत्रिम शांति हावी हो जाती है, तब उस जड़ता को तोड़ने के लिए एक ऊष्मा (संघर्ष) की जरूरत होती है. सब कुछ जम गया है. इसे पिघलाने के लिए गर्मी चाहिए. युद्ध उसी प्रक्रिया का एक हिस्सा है.

भारत लेगा UNSC में नेतृत्व?

बातचीत के अंत में स्वामी ने भारत की वैश्विक राजनीति में अग्रणी भूमिका को लेकर साहसिक भविष्यवाणी की. भारत अब वर्चस्व करेगा. भारत संयुक्त राष्ट्र में वीटो पावर के साथ आएगा. भारत जल्द ही संयुक्त राष्ट्र में अग्रणी भूमिका निभाने जा रहा है.

भारत-पाक तनाव ने फिर से दिलाई भविष्यवाणी की याद

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 भारतीय पर्यटकों की आतंकवादी हमले में मौत के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत नौ आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की. इसके बाद पाकिस्तान ने भी भारत के सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने की कोशिश की, जिसमें जम्मू, पठानकोट, उधमपुर और कई शहर निशाने पर रहे. इस पृष्ठभूमि में, स्वामी योगेश्वरानंद गिरि की भविष्यवाणी को एक संभावित संकेत मानकर लोग सोशल मीडिया पर गंभीरता से ले रहे हैं.

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09 May 2025, 10:49 AM IST

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