Video: पहलगाम आतंकियों को मदद करने वाला युवक नाले में कूदा, मौत पर सियासत गर्माई, क्या है सच्चाई?
पाकिस्तानी आतंकियों को मदद देने के आरोप में हिरासत में लिया गया युवक, इम्तियाज अहमद मागरे, पुलिस की पूछताछ से बचने के लिए नाले में कूद गया और डूबकर उसकी मौत हो गई. इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. क्या यह आत्महत्या थी या कुछ और? पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती समेत कई नेताओं ने मामले की गहन जांच की मांग उठाई है.

Pahalgam Terror Suspect Dies: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए आतंकी हमले के बाद से सुरक्षाबलों ने कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है. इन संदिग्धों में से एक युवक, इम्तियाज अहमद मागरे, जो आतंकियों को खाना पहुंचाने का आरोप झेल रहा था, ने हिरासत से भागने के प्रयास में नाले में कूदकर अपनी जान दे दी. इस घटनाक्रम ने एक नए विवाद को जन्म दिया है और अब इस मामले में सियासत तेज हो गई है.
सुरक्षा बलों की पूछताछ से भागने की कोशिश में युवक की मौत
कुलगाम जिले के टंगमर्ग इलाके में सुरक्षाबलों ने 23 वर्षीय इम्तियाज अहमद मागरे को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था. पूछताछ के दौरान उसने स्वीकार किया था कि उसने आतंकियों को खाना और अन्य जरूरी चीजें पहुंचाई थीं. इसके बाद उसे आतंकियों के एक ठिकाने की ओर ले जाया जा रहा था. लेकिन, इसी दौरान युवक ने भागने की कोशिश की और नाले में कूद गया. जल प्रवाह के कारण वह नाले से बहकर दरिया में डूब गया, जिससे उसकी मौत हो गई.
यह पूरा घटनाक्रम एक ड्रोन कैमरे में कैद हो गया था, जिसमें युवक को नाले में कूदते हुए देखा जा सकता है. युवक का शव बाद में अहरबल इलाके से बरामद किया गया. इस घटना ने स्थानीय लोगों और इम्तियाज के परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है.
यहां देखें वीडियो-
पहलगाम आतंकी हमले में आतंकवादियों की मदद करने वाला ओवर ग्राउंड वर्कर सेना से बचकर भाग रहा था, इस दौरान एक नदी को पार करने के प्रयास में छलांग लगाई तो वह नदी में डूबकर मर गया।
— VSK BHARAT (@editorvskbharat) May 5, 2025
जैसे-जैसे पहलगाम हमले की जांच आगे बढ़ रही है, नए तथ्य सामने आ रहे हैं। आतंकियों ने घटना को अंजाम देने से… pic.twitter.com/Y77PKl1cKK
महबूबा मुफ्ती और नेताओं ने की निष्पक्ष जांच की मांग
इम्तियाज की मौत को लेकर पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और नेकां सांसद आगा रुहुल्ला मेहदी ने गंभीर सवाल उठाए हैं. महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया है कि यह मामला संदिग्ध है, और इसे लेकर गड़बड़ी के आरोप उठ रहे हैं. उन्होंने कहा कि इम्तियाज को सुरक्षाबलों ने उठाया था और अब रहस्यमय तरीके से उसका शव नाले में मिला है.
महबूबा मुफ्ती ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा, "कुलगाम में एक और शव मिला है, और इस पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं. स्थानीय लोग मानते हैं कि सुरक्षाबलों ने इम्तियाज को उठाया था और अब उसका शव नाले में मिला है. इस मामले की पूरी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए."
पुलिस का क्या कहना है?
पुलिस ने इम्तियाज को आतंकियों का सहयोगी बताते हुए कहा कि उसने पूछताछ में अपना अपराध स्वीकार किया था और सुरक्षाबलों के लिए काम कर रहा था. हालांकि, परिवार और कुछ स्थानीय नेताओं का आरोप है कि उसकी मौत में कोई गड़बड़ी हो सकती है, और इसकी जांच होनी चाहिए.
क्या कहता है परिवार?
इम्तियाज के परिवार ने भी इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है. परिवार के सदस्य शव पुलिस को सौंपने से पहले काफी गुस्साए थे, लेकिन बाद में उन्हें समझाकर पोस्टमार्टम के लिए शव सौंपा गया. इम्तियाज के परिवार का कहना है कि उनके बेटे को गलत तरीके से मारा गया और यह हत्या का मामला हो सकता है.
क्या है इस मामले में सच्चाई?
अब सवाल यह उठता है कि क्या इम्तियाज की मौत सच में आत्महत्या थी या फिर यह हत्या का परिणाम थी? क्या सुरक्षाबलों ने उसे गलत तरीके से मौत के घाट उतारा, जैसा कि कुछ नेता और परिवारवाले कह रहे हैं? या फिर यह घटना एक और संदिग्ध मौत की तरह उभर कर सामने आई है? यह सवाल अब स्थानीय नेताओं, पुलिस और परिवार के बीच चर्चा का विषय बन गया है.


