प्रियंका गांधी ने गृहमंत्री अमित शाह पर तीखा हमला बोला, कहा, 'आप मेरी मां के आंसुओं तक तो पहुंच गए' लेकिन...
प्रियंका गांधी ने अमित शाह पर तीखा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, 'आप मेरी मां के आंसुओं तक तो पहुंच गए, लेकिन उस सबसे जरूरी सवाल का जवाब नहीं दिया. आतंकवादी आखिर वहां तक पहुंचे कैसे?' प्रियंका ने इस बयान के जरिए सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर सीधे सवाल खड़े कर दिए, जो अब राजनीतिक बहस का केंद्र बन गया है.

Priyanka Gandhi: संसद के मॉनसून सत्र के दौरान चल रही ऑपरेशन सिंदूर पर बहस में कांग्रेस महासचिव और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र सरकार और गृहमंत्री अमित शाह पर तीखे सवाल दागे. उन्होंने सुरक्षा चूक, आतंकी हमलों और सरकार की जवाबदेही पर खुलकर निशाना साधा. प्रियंका ने गृहमंत्री द्वारा बाटला हाउस एनकाउंटर को लेकर की गई टिप्पणी पर भी पलटवार किया और पूछा कि पहलगाम हमले से पहले आतंकियों की मौजूदगी की जानकारी क्यों नहीं थी. उन्होंने कहा कि जब विपक्ष सवाल करता है तो सत्ता पक्ष परिवारवाद का राग अलापने लगता है. लेकिन असल सवाल यह है कि हजारों पर्यटकों की मौजूदगी के बावजूद बैसरन घाटी में सुरक्षा इंतजाम क्यों नहीं थे.
प्रियंका गांधी का शाह पर तीखा वार
प्रियंका गांधी ने अमित शाह की उस टिप्पणी पर पलटवार किया जिसमें उन्होंने सोनिया गांधी के आंसुओं का जिक्र किया था. उन्होंने कहा, 'आप मेरी मां के आंसुओं तक चले गए, लेकिन यह नहीं बताया कि बैसरन घाटी में आतंकी कैसे पहुंचे? वहां कोई सुरक्षा क्यों नहीं थी?
2008 के हमलों में जवाबदेही थी, आज नहीं क्यो?
प्रियंका ने मनमोहन सिंह सरकार के समय 2008 के मुंबई हमले की याद दिलाते हुए कहा, 'उस वक्त सभी आतंकियों को मार गिराया गया था, एक को जिंदा पकड़ा गया और उसे 2012 में फांसी दे दी गई. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री ने इस्तीफा दिया था. लेकिन आज कोई जवाबदेही नहीं है. साथ ही उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में मणिपुर जल गया, दिल्ली में दंगे हुए और आतंकी हमला हुआ, फिर भी वे जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं. जब-जब हम सवाल उठाते हैं, वह हमारे पूरे परिवार का नाम गिनाने लगते हैं.
PM मोदी पर भी किया हमला
प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर हर उपलब्धि का श्रेय लेने का आरोप लगाते हुए कहा,'कश्मीर में सरकार ने प्रचार किया कि सब ठीक है. पर्यटकों को बुलाया, लेकिन सुरक्षा नहीं दी. जब हमला हुआ तो लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया. ओलंपिक में मेडल आता है, तो उसका श्रेय भी पीएम मोदी लेते हैं.'


