चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाकर चौतरफा घिरे राहुल गांधी, धर्मेंद्र प्रधान के बाद अब महाराष्ट्र सीएम फडणवीस ने भी किया वार
महाराष्ट्र सीएम देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी के चुनावी 'मैच फिक्सिंग' आरोपों को सिरे से खारिज किया. उन्होंने कांग्रेस पर हार के बाद भ्रम फैलाने और लोकतंत्र को बदनाम करने का आरोप लगाया. वहीं राहुल गांधी ने भाजपा पर लोकतंत्र के खिलाफ सुनियोजित रणनीति अपनाने का दावा किया.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा महाराष्ट्र चुनावों में 'मैच फिक्सिंग' के आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए उन्हें तथ्यहीन और निराधार बताया. फडणवीस ने कहा कि राहुल गांधी की यह टिप्पणी इस बात का संकेत है कि उन्होंने पहले से ही बिहार चुनाव में अपनी हार मान ली है.
मैदान में उतरें और सच्चाई जानें
फडणवीस ने कहा कि कांग्रेस तब तक चुनाव नहीं जीत सकती जब तक उनके नेता जमीन पर उतरकर जनता से जुड़ने और वास्तविकता को समझने की कोशिश नहीं करेंगे. उन्होंने कहा, “झूठ फैलाकर, तथ्यों से मुंह मोड़कर और अव्यावहारिक दावों से राहुल गांधी केवल अपनी पार्टी को धोखा दे रहे हैं.”
भाजपा और सहयोगियों की बड़ी जीत
2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियों ने बड़ी सफलता हासिल की. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार के गुट वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के साथ गठबंधन करते हुए महायुति ने कुल 288 में से 235 सीटों पर जीत दर्ज की. भाजपा ने अकेले 132 सीटें जीतकर राज्य में अपना अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया.
राहुल गांधी के पांच आरोप
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित अपने लेख का हवाला देते हुए भाजपा पर लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि एनडीए ने महाराष्ट्र में जीतने के लिए एक पांच-चरणीय रणनीति अपनाई:
चुनाव आयोग के पैनल में बदलाव
मतदाता सूची में फर्जी नाम जोड़ना
मतदान प्रतिशत कृत्रिम रूप से बढ़ाना
भाजपा-लाभ वाले क्षेत्रों में फर्जी वोटिंग
सबूतों को छिपाना
राहुल गांधी ने चेतावनी दी कि बिहार सहित भविष्य के अन्य चुनावों में भी भाजपा इसी रणनीति का उपयोग करेगी. उन्होंने कहा, “ऐसे चुनाव लोकतंत्र के लिए जहर हैं.”
‘झूठ बोलने से जीत नहीं मिलती’
फडणवीस ने कहा कि जब तक राहुल गांधी राजनीति को गंभीरता से नहीं लेंगे, तब तक उनकी पार्टी सिर्फ आरोपों और आभासी भ्रम में ही उलझी रहेगी. उन्होंने कहा, “अगर वे सच्चाई से मुँह मोड़ते रहेंगे और मतदाताओं को गुमराह करते रहेंगे, तो न तो जनता उनका साथ देगी, न ही वे कभी सफलता का स्वाद चख सकेंगे.”
धर्मेंद्र प्रधान का भी पलटवार
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी राहुल गांधी की आलोचना की. उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की पुरानी रणनीति है, चुनाव हारने के बाद संस्थाओं पर शक, साजिश के आरोप और खुद को पीड़ित दिखाने की कोशिश. उन्होंने लिखा, “भारत का लोकतंत्र किसी एक परिवार की असुरक्षा से डगमगाने वाला नहीं है.”


