Rajasthan news: राजस्थान के जोधपुर में पाक विस्थापितों की बस्ती पर चलाया सरकार ने बुलेडोजर, खुले आसमान के नीचे सो रहे 70 परिवार

Rajasthan news: जोधपुर में पीड़ित विस्थापित परिवारों ने स्थानीय नेता, दलाल और भू माफियाओं पर लूटने का आरोप लगाया गया है।लोगों का कहना है कि किसी से 2 लाख तो किसी से 4 लाख रुपये देकर प्लांट खरीदे थे।

Shweta Bharti
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हाइलाइट

  • अधिकतर लोग पाकिस्तान को छोड़कर भारत में रहने कुछ ही महीने पहले आए थे। वह पाकिस्तान में प्रताड़ना से तंग आकर बहुत से हिंदू अपने-अपने परिवार के साथ भारत रहने आए थे।

Jodhpur News: अधिकतर लोग पाकिस्तान को छोड़कर भारत में रहने कुछ ही महीने पहले आए थे। वह पाकिस्तान में प्रताड़ना से तंग आकर बहुत से हिंदू अपने-अपने परिवार के साथ भारत रहने आए थे।उन सभी लोगों को उम्मीद थी कि यहां पर हमे सुरक्षा मिलेगी।साथ ही वह अपने बच्चों को पढ़ा-लिखा कर उनका अच्छा भविष्य बनाया जा सकता है।

पाकिस्तान से निकलते समय लोगों को अपनी खुशी का ठिकाना नहीं रहा लेकिन उनकी यह खुशी 24 अप्रैल को समाप्त हो गई।जब उनकी बस्ती को जोधपुर विकास प्राधीकरण ने अवैध कब्जा बताते हुए गिरा दिया।

जहां पर करीब 70 हिंदू परिवार अपने छोट-छोटे बच्चों के साथ खुले आसमान में रह रहे हैं। जानकरियों के मुताबिक बताया जा रहा है कि इनमें से अधिकतर परिवार ऐसे है जो 3 महीने पहले ही भारत आए थे।

लोगों ने जोधपुर में खरीदी थी जमीन

इन परिवारों ने जोधपुर में भू माफियाओं को जिंदगी भर की कमाई देकर जोधपुर के राजीव विहार कॉलोनी में जमीन खरीदी। जिस समय यह जमीन खरीदी गई थी। उस समय लोगों को यह बात नहीं बताई गई थी कि यह जमीन सरकारी है।

हिंदू परिवारों ने जैसी जिनकी हैसियत थी, उस हिसाब से कच्चे और पक्के मकान उन लोगों ने रहने के लिए बनाए थे, लेकिन अब उन सभी लोगों की आंखों में आंसू, बेवसी, बिखरा सामान और बिखरे हुए अरमान दिख रहे हैं।

पीड़ितों ने लगाया लूटने का आरोप

इन पीड़ित पाक विस्थापित परिवारों ने स्थानीय नेता, दलाल और भू माफियाओं पर लूटने का आरोप लगाया गया है। इस सभी परिवार वालों ने किसी से 2 लाख रुपये, किसी से 4 लाख रुपये तो किसी से 5 लाख रुपये देकर इस जमीन को खरीदा गया था।

ऐसे में लोगों का कहना है कि हमारा कसूर क्या है, हमे क्यों इस तरह से सताया जा रहा है, हमने रुपये देकर जमीन को खरीदा था लेकिन अब हम सब को बेघर कर दिया है।साथ ही बच्चों के लिए पानी भी मौजूद नहीं हैं और सभी लोग तेज धूप में इधर-उधर घूम रहे हैं।

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28 April 2023, 03:23 PM IST

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