राजस्थान के झालावाड़ में रोडरेज हत्याकांड में भड़की हिंसा, दुकानों में आग लगाई गई, इंटरनेट सेवा बंद
घटना के बाद गुस्साई भीड़ ने इलाके में कम से कम छह दुकानों में आग लगा दी और पथराव किया. पथराव में रायपुर थाने के एसएचओ बन्नालाल जाट के सिर में गंभीर चोट आई और उन्हें झालावाड़ में प्राथमिक उपचार के बाद जयपुर रेफर कर दिया गया.

राजस्थान के झालावाड़ में कुछ अज्ञात लोगों द्वारा रोड रेज मामले में 20 वर्षीय स्थानीय वीडियोग्राफर की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या करने के बाद भड़की हिंसा और कई दुकानों में आग लगाने के बाद इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं. यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब डग निवासी शंभू सिंह की कार से गोली लगने से मौत हो गई, जिसमें दो लोग सवार थे.
घटना के बाद गुस्साई भीड़ ने इलाके में कम से कम छह दुकानों में आग लगा दी और पथराव किया. पथराव में रायपुर थाने के एसएचओ बन्नालाल जाट के सिर में गंभीर चोट आई और उन्हें झालावाड़ में प्राथमिक उपचार के बाद जयपुर रेफर कर दिया गया.
पुलिसकर्मियों को लगी चोट
भीड़ के साथ झड़प में करीब आधा दर्जन पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आईं. इसके बाद पुलिस ने रेहान नामक एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है और कथित तौर पर अपराध में इस्तेमाल की गई कार को जब्त कर लिया है. स्थिति को देखते हुए इलाके में भारी पुलिस फोर्स तैनात है.
कोटा के इन इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बंद
तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए कोटा संभागीय आयुक्त राजेंद्र सिंह शेखावत ने शुक्रवार रात 12 बजे से शनिवार रात 12 बजे तक डग, गंगधार और पेडावा उप-संभागों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित करने का आदेश दिया. इससे पहले सिंह के परिवार और स्थानीय लोगों ने दोषियों को सजा दिलाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया और पोस्टमार्टम से इनकार कर दिया. डग विधायक कालूराम मेघवाल के हस्तक्षेप के बाद वे शांत हुए.
झालावाड़ कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ ने बताया कि मेघवाल ने घोषणा की कि सिंह के परिजनों को 40 लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा - जिसमें से पांच लाख रुपये सरकार की ओर से और शेष राशि सार्वजनिक अंशदान से दी जाएगी - साथ ही उनके छोटे भाई को संविदा पर नौकरी भी दी जाएगी.