सेना ने पाकिस्तान में घुसकर लिया सिंदूर का बदला, देश को गर्व...ऑपरेशन सिंदूर पर अजमेर दरगाह के दीवान का बयान
अजमेर दरगाह के दीवान और अखिल भारतीय सूफी सज्जादानशीन काउंसिल के अध्यक्ष सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर भारतीय सेना की तारीफ करते हुए इसे देश की सुरक्षा और सम्मान की रक्षा का प्रतीक बताया है. उन्होंने कहा कि भारत एक शांतिप्रिय देश है, लेकिन जब बात आत्म-सम्मान और नागरिकों की सुरक्षा की हो, तो देश 'जीरो टॉलरेंस' की नीति पर चलता है.

पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर देशभर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. अब अजमेर दरगाह के दीवान और अखिल भारतीय सूफी सज्जादानशीन काउंसिल के अध्यक्ष सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने इस पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने भारतीय सेना की कार्रवाई को देश का गौरव बताया और कहा कि भारत एक अमनपसंद देश है, लेकिन आत्म-सम्मान और सुरक्षा के मामले में 'जीरो टॉलरेंस' की नीति पर चलता है.
चिश्ती ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद भारत ने जिम्मेदारी के साथ जो कदम उठाए, वो इसकी परिपक्वता और संप्रभुता का प्रतीक हैं. उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' को सेना की बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि हमारी सेना ने आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट कर उस सिंदूर का बदला लिया जिसे हमारे देश की बेटियों से छीना गया था.
'भारत अमन चाहता है'
सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने अपने बयान में कहा, भारत एक शांतिप्रिय और अमनपसंद मुल्क है, लेकिन जब देश की संप्रभुता, नागरिकों की सुरक्षा और आत्मसम्मान की बात आती है, तो भारत उसे बर्दाश्त नहीं करता. हमारी सेना ने जो भी फैसला लिया, वो जिम्मेदारी के साथ लिया गया और यह दिखाता है कि भारत किसी भी खतरे के सामने झुकने वाला देश नहीं है."
'ऑपरेशन सिंदूर' से मिला आतंकवाद को करारा जवाब
चिश्ती ने कहा कि भारत की सैन्य कार्रवाई ने न सिर्फ आतंक के मंसूबों को नाकाम किया बल्कि यह भी साबित कर दिया कि भारत जवाबी कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगा. "जिस तरह से भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादी अड्डों को तबाह किया, वो देश के लिए गर्व की बात है. सेना ने जिस साहस के साथ ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया, वह भारतीय रक्षा नीति की दृढ़ता का परिचय है.
सिंदूर का बदला लिया गया
सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने अपने बयान में कहा, "ऑपरेशन सिंदूर भारत के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है. सेना ने शौर्य का परिचय देते हुए उस सिंदूर का बदला लिया जिसे हमारी मां-बहनों के माथे से छीनने की कोशिश की गई थी. आतंक के अड्डों को बर्बाद करके सेना ने साफ संदेश दिया है कि भारत अपने किसी भी नागरिक के साथ हुए अन्याय को माफ नहीं करेगा."
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कई जवान शहीद हुए थे. इसके जवाब में भारत ने 6-7 मई की रात 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकी अड्डों को निशाना बनाते हुए भारी तबाही मचाई. इस ऑपरेशन में पाकिस्तान के कई आतंकी कैंप, एयर डिफेंस रडार और लॉन्चपैड तबाह कर दिए गए.


