'होली साल में एक बार आती है, जुमे की नमाज...' संभल के सीओ अनुज चौधरी का ट्रांसफर, अब यहां हुई पोस्टिंग
संभल के सीओ अनुज चौधरी का तबादला उनके होली और जुमे की नमाज को लेकर दिए गए बयान के बाद कर दिया गया है. यह बयान शांति समिति की बैठक के बाद आया, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आईं और कई संगठनों ने विरोध जताया. फिलहाल अनुज चौधरी को चंदौसी सर्किल भेजा गया है और उनकी जगह आलोक कुमार को संभल का नया सीओ नियुक्त किया गया है. मामले की विभागीय जांच अब भी जारी है.

होली से पहले अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहे संभल के सीओ अनुज चौधरी का ट्रांसफर कर दिया गया है. होली से पहले उन्होंने ऐसा बयान दिया था, जिससे उनपर सांप्रदायिक सौहार्द खराब करने का आरोप लगा था. उनके बयान ने जहां कुछ लोगों में असहमति पैदा की, वहीं सोशल मीडिया पर भी इस पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं. फिलहाल उन्हें संभल से हटाकर चंदौसी सर्किल का सीओ बना दिया गया है. उनकी जगह अब आलोक कुमार को संभल सर्किल की जिम्मेदारी सौंपी गई है. हालांकि मामले की आधिकारिक जांच अब भी जारी है.
शांति समिति की बैठक के बाद आया था बयान
बात तब शुरू हुई जब होली से पहले शांति समिति की बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सीओ अनुज चौधरी ने कहा था कि रंगो का त्योहार होली साल में केवल एक बार आती है, जबकि जुमे की नमाज हर हफ्ते होती है. अगर किसी को रंगों से परेशानी है तो बेहतर होगा कि वे उस दिन घर में ही रहें. जो लोग बाहर निकलते हैं, उन्हें खुले मन से व्यवहार करना चाहिए." उन्होंने यह भी जोड़ा था कि त्यौहार सभी को मिल-जुलकर मनाने चाहिए और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस हर स्तर पर सतर्क है.
धार्मिक सौहार्द पर टिप्पणी ने बढ़ाई बहस
सीओ अनुज चौधरी का बयान यहीं खत्म नहीं हुआ. उन्होंने कहा था कि जिस तरह मुसलमान ईद का बेसब्री से इंतजार करते हैं, उसी तरह हिंदू होली का इंतजार करते हैं. अगर आप ईद पर सेवइयां खिलाना चाहते हैं, तो होली की गुझिया भी खानी पड़ेगी." उन्होंने कहा कि दोनों समुदायों को एक-दूसरे के त्योहारों को सम्मान देना चाहिए. एक पक्ष अगर साझा खुशी के लिए तैयार है लेकिन दूसरा नहीं, तो वहीं से भाईचारा कमजोर होने लगता है. हमें इस भाईचारे को खत्म नहीं होने देना चाहिए."
विवाद के बाद तबादला, लेकिन जांच अभी जारी
उनकी यह टिप्पणियां सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं और कई जगहों पर राजनीतिक और धार्मिक संगठनों ने इसका विरोध किया. प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए फिलहाल अनुज चौधरी को संभल से हटाकर चंदौसी सर्किल में स्थानांतरित कर दिया है. इस बीच, उनके बयान को लेकर विभागीय जांच भी जारी है, ताकि यह तय किया जा सके कि उन्होंने कोई नियम उल्लंघन किया है या नहीं.