ज्योति मल्होत्रा के बाद यूपी से एक और पाकिस्तानी जासूस गिरफ्तार, जानकारी साझा करने के लिए किया था बॉर्डर पार
उत्तर प्रदेश एटीएस ने रामपुर निवासी शहजाद को आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में मुरादाबाद से गिरफ्तार किया. जांच में सामने आया कि वह तस्करी की आड़ में पाकिस्तान से संपर्क बनाए हुए था और भारत की सुरक्षा से जुड़ी गोपनीय जानकारी साझा करता था. आरोपी आईएसआई के एजेंटों को धन, सिम कार्ड और यात्रा दस्तावेज उपलब्ध कराता था. उसके खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है. कार्रवाई राज्य की सुरक्षा के लिहाज से अहम मानी जा रही है.

उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान शहजाद के रूप में हुई है, जो रामपुर जिले का निवासी है. उसे शनिवार को मुरादाबाद से हिरासत में लिया गया.
जासूसी नेटवर्क का खुलासा
एटीएस के अनुसार, शहजाद पर पाकिस्तान स्थित खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने का आरोप है. यह गिरफ्तारी देशभर में चलाए जा रहे जासूसी रैकेट के खिलाफ की जा रही कार्रवाई का हिस्सा है, जिसमें पहले ही कई सोशल मीडिया प्रभावितों और यूट्यूबर्स को गिरफ्तार किया जा चुका है.
तस्करी के माध्यम से जासूसी
जांच में यह सामने आया है कि शहजाद पाकिस्तान गया था और सीमा पार तस्करी में लिप्त था. वह कॉस्मेटिक्स, कपड़े, मसाले और अन्य सामानों की तस्करी करता था, जिसे आईएसआई के लिए जासूसी गतिविधियों का मुखौटा माना जा रहा है.
गोपनीय जानकारी की तस्करी
अधिकारियों ने बताया कि शहजाद ने आईएसआई के एजेंटों के साथ संपर्क स्थापित किया था और उन्हें भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित संवेदनशील जानकारी प्रदान की थी. इसके अलावा, वह आईएसआई के लिए ऑपरेशन में भी मदद कर रहा था.
आईएसआई के लिए धन हस्तांतरण
जांच में यह भी पता चला कि शहजाद ने आईएसआई के निर्देश पर भारत में सक्रिय पाकिस्तानी एजेंटों को धन हस्तांतरित किया था. वह तस्करी के बहाने लोगों को पाकिस्तान भेजने में भी मदद करता था, ताकि उन्हें आईएसआई से जुड़ी गतिविधियों के लिए भर्ती किया जा सके.
वीजा और यात्रा दस्तावेजों की व्यवस्था
पुलिस के अनुसार, शहजाद ने आईएसआई के गुर्गों की मदद से इन व्यक्तियों के लिए वीजा और यात्रा दस्तावेजों की व्यवस्था की थी.
संचार में भारतीय सिम कार्ड का उपयोग
ऐसा भी कहा जाता है कि शहजाद ने भारतीय सिम कार्ड खरीदकर आईएसआई एजेंटों को दिए थे, जिससे विध्वंसक उद्देश्यों के लिए संचार में मदद मिली.
कानूनी कार्रवाई जारी
शहजाद के खिलाफ लखनऊ के एटीएस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 148 और 152 के तहत मामला दर्ज किया गया है. आरोपी को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया है और आगे की कानूनी कार्यवाही चल रही है.
यह गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश एटीएस की पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है. इससे पहले भी गाजियाबाद और अन्य स्थानों से आईएसआई के लिए जासूसी करने वाले व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है. एटीएस की यह कार्रवाई राज्य की सुरक्षा को मजबूत करने और जासूसी गतिविधियों पर काबू पाने के लिए महत्वपूर्ण कदम है.