सावन का सोमवार ही क्यों... ऑपरेशन महादेव की टाइमिंग पर विपक्ष को PM मोदी का करारा जवाब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में ऑपरेशन महादेव की टाइमिंग पर सवाल उठाने को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पहले विपक्ष पूछ रहा था कि पहलगाम के आतंकी कब मारे जाएंगे, अब जब मारे गए हैं तो टाइमिंग पर सवाल उठाए जा रहे हैं. मोदी ने कांग्रेस पर पाकिस्तान को क्लीन चिट देने का आरोप भी लगाया. इस ऑपरेशन में तीन लश्कर-ए-तैयबा आतंकी ढेर किए गए.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को संसद में विपक्ष पर तीखा हमला बोला. उन्होंने ऑपरेशन महादेव की टाइमिंग पर सवाल उठाने को लेकर विपक्ष की नीयत पर सवाल खड़े किए. पीएम मोदी ने पूछा कि क्या सरकार को आतंकियों पर कार्रवाई के लिए 'सावन का सोमवार' देखना चाहिए था? उन्होंने कहा कि जो लोग पहले पूछ रहे थे कि पहलगाम के आतंकी कहां हैं, अब वही ऑपरेशन की टाइमिंग पर सवाल खड़ा कर रहे हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण और निराशाजनक है.
पाकिस्तान को क्लीन चिट दे रही कांग्रेस?
#WATCH | PM Narendra Modi says, "Yesterday, our security forces brought the attackers of Pahalgam to justice by conducting Operation Mahadev..." pic.twitter.com/ptzel6rhxC
— ANI (@ANI) July 29, 2025
अखिलेश यादव ने भी उठाया सवाल
इससे पहले समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी ऑपरेशन महादेव की टाइमिंग पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दलों ने आतंकवाद के खिलाफ सरकार का साथ दिया है, लेकिन यह मुठभेड़ ठीक उसी दिन क्यों हुई, यह जानना ज़रूरी है.
तीन आतंकियों का हुआ सफाया
केंद्र सरकार ने बताया कि ऑपरेशन महादेव के तहत सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मिलकर पहलगाम हमले में शामिल तीन आतंकियों—सुलेमान, अफगान और जिब्रान को मार गिराया. ये सभी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े थे और इनकी पहचान पहले ही सुरक्षा एजेंसियों के पास थी.
अप्रैल में हुआ था भयावह आतंकी हमला
22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी. इस हमले के बाद देशभर में रोष था और सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग हो रही थी. अब तीन महीने बाद, ऑपरेशन महादेव के तहत की गई कार्रवाई को लेकर विपक्ष ने सवाल उठाए हैं, जिनका प्रधानमंत्री ने तीखा जवाब दिया.
प्रधानमंत्री मोदी के भाषण का मकसद विपक्ष को यह संदेश देना था कि आतंकवाद पर राजनीति नहीं होनी चाहिए और सेना की कार्रवाई पर सवाल उठाना सिर्फ देश की सुरक्षा व्यवस्था का मनोबल गिराता है.


