हां, हमारी कुछ शर्तें हैं...लेकिन यह बच्चों वाली दोस्ती नहीं कि 'कट्टी' हो जाए, अमेरिका के साथ संबंधों पर बोले जयशंकर
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत-अमेरिका व्यापार वार्ताएं जारी हैं और 'कट्टी' जैसी स्थिति नहीं है; भारत किसानों व छोटे उत्पादकों के हितों पर समझौता नहीं करेगा, ट्रंप की टैरिफ नीति और रूस से तेल खरीद पर बिना चर्चा लिए गए फैसलों से असहमति के बावजूद संवाद जारी रहेगा.

India US trade talks: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ताएं अब भी जारी हैं और इन्हें किसी तरह की 'कट्टी' की स्थिति नहीं माना जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच संवाद पूरी तरह से बंद नहीं हुआ है और चर्चाएं लगातार चल रही हैं.
किसानों और छोटे उत्पादकों के हित सर्वोपरि
जयशंकर ने कहा कि भारत ने इन वार्ताओं में अपनी रेड लाइंस साफ कर दी हैं. उनका कहना था कि किसानों और छोटे उत्पादकों के हितों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत इन वर्गों के हितों से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करेगा. यही वजह है कि वार्ता में भारत ने कुछ शर्तें तय की हैं जिन्हें पार नहीं किया जा सकता.
बातचीत जारी, रुकावट नहीं
जब उनसे भारत-अमेरिका व्यापार वार्ताओं की प्रगति पर सवाल किया गया तो जयशंकर ने साफ कहा कि बातचीत जारी है. उनके अनुसार, किसी ने नहीं कहा कि वार्ता बंद हो गई है या खत्म हो चुकी है. हां, हमारी कुछ शर्तें हैं, लेकिन चर्चा अब भी हो रही है. उन्होंने बच्चों के बीच की कट्टी का उदाहरण देते हुए समझाया कि यह संबंधों में दरार की स्थिति नहीं है, बल्कि असहमति के बावजूद संवाद चलता रहना चाहिए.
अमेरिका के प्रतिनिधिमंडल की यात्रा टली
हाल ही में खबरें आई थीं कि अमेरिका का एक प्रतिनिधिमंडल ने अपनी भारत की यात्रा को टाल दिया है. यह निर्णय दोनों देशों के बीच व्यापार मुद्दों पर बढ़ती जटिलताओं के बीच लिया गया माना जा रहा है. इसके बावजूद भारत ने साफ कर दिया है कि वह बातचीत से पीछे नहीं हटेगा.
ट्रंप की विदेश नीति पर टिप्पणी
जयशंकर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कार्यशैली पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि ट्रंप की विदेश नीति पारंपरिक अमेरिकी राष्ट्रपति की नीति से बिल्कुल अलग है. जयशंकर ने कहा कि मैंने अब तक किसी अमेरिकी राष्ट्रपति को विदेश नीति इतनी सार्वजनिक तरीके से चलाते नहीं देखा है. यह केवल भारत से संबंधित नहीं है, बल्कि ट्रंप का दुनिया और अपने देश के साथ निपटने का तरीका ही बिल्कुल अनोखा है.
टैरिफ और रूस से तेल खरीद का मुद्दा
कुछ सप्ताह पहले ट्रंप ने भारतीय आयात पर 25% टैरिफ लगाने का ऐलान किया था और 27 अगस्त से इसे दोगुना करने की चेतावनी भी दी थी. इस संदर्भ में जयशंकर ने संकेत दिया कि अमेरिका ने भारत की रूस से तेल खरीद के मुद्दे पर कोई औपचारिक चर्चा किए बिना ही टैरिफ का निर्णय लिया. उन्होंने कहा कि यह कदम दोनों देशों के बीच विश्वास और सहयोग की भावना पर असर डाल सकता है.


