गाजा में IDF की स्ट्राइक में 1 साल के बच्चे की मौत, पहली बार बोला... फिर हमेशा के लिए हो गया खामोश
गाजा पट्टी के दीर अल बलाह में इजरायली हमले में 15 फिलीस्तीनियों की जान गई, जिनमें 9 बच्चे शामिल हैं. यूनिसेफ ने इस हमले की निंदा करते हुए बताया कि मृतकों में एक साल का बच्चा भी था, जिसने हमले से कुछ घंटे पहले ही अपने पहले शब्द बोले थे.

Gaza Israel Conflict: गाजा पट्टी में एक बार फिर निर्दोष नागरिकों की जान गई है. इजरायली हमले में 15 फिलीस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें 9 बच्चे और 4 महिलाएं शामिल हैं. यूनिसेफ (UNICEF) ने इस घटना की कड़ी निंदा की है. यूनिसेफ के अनुसार, मृतकों में एक साल का एक मासूम बच्चा भी शामिल है, जिसने हमले से कुछ घंटे पहले ही अपने पहले शब्द बोले थे.
यह हमला उस वक्त हुआ जब लोग दीर अल बलाह में बच्चों के लिए पोषण सामग्री लेने के लिए कतार में खड़े थे. यह सहायता यूनिसेफ की साझेदार संस्था प्रोजेक्ट होप द्वारा दी जा रही थी. यूनिसेफ ने इस घटना को गाजा में व्याप्त क्रूर सच्चाई बताया है और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत सभी पक्षों से नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है.
हमले में 15 की मौत, UNICEF ने जताया शोक
UNICEF की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर कैथरीन रसेल ने बयान जारी कर कहा, "हम गाजा पट्टी के दीर अल बलाह में इस सुबह हुए इजरायली हमले में 15 फिलीस्तीनियों की मौत से स्तब्ध हैं, जिनमें 9 बच्चे और 4 महिलाएं शामिल हैं. ये सभी बच्चे के लिए पोषण सामग्री पाने की कतार में खड़े थे. इसके अलावा, 30 अन्य लोग घायल हुए हैं, जिनमें 19 बच्चे शामिल हैं." यूनिसेफ ने बताया कि यह सहायता प्रोजेक्ट होप नाम के एक साझेदार संगठन के माध्यम से दी जा रही थी, जो अत्यंत संकट की स्थिति में परिवारों को सहायता पहुंचा रहा है.
गाजा में बच्चों के लिए भयावह हालात
UNICEF ने बयान में कहा कि "गाजा में महीनों से सीमित मात्रा में मदद पहुंचने के कारण हालात बदतर होते जा रहे हैं. यह उस क्रूर सच्चाई को दर्शाता है जो आज गाजा के अधिकतर लोगों के सामने है. सहायता की भारी कमी के कारण बच्चे भुखमरी की कगार पर हैं और अकाल का खतरा बढ़ता जा रहा है." बयान में आगे कहा गया, "बचाव के लिए जरूरी सहायता और सेवाएं जब तक पूरी तरह से बहाल नहीं होतीं, कुपोषित बच्चों की संख्या लगातार बढ़ती रहेगी."
UNICEF की इजरायल से अपील और कड़ी चेतावनी
संयुक्त राष्ट्र की इस संस्था ने सभी पक्षों को अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करने की सख्त चेतावनी दी है. UNICEF सभी पक्षों से अपील की है कि वे नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करें और मानवीय सहायता की सुरक्षित और बिना किसी बाधा के आपूर्ति को संभव बनाएं. संगठन ने इजरायल से विशेष रूप से आग्रह किया है कि वह अपने रूल्स ऑफ एंगेजमें’ की तत्काल समीक्षा करे. संगठन ने कहा, "हम इजरायल से आग्रह करते हैं कि वह अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पूर्ण पालन सुनिश्चित करने के लिए अपने नियमों की समीक्षा करे, खासतौर पर नागरिकों, बच्चों और मानवीय कार्यकर्ताओं की सुरक्षा के संदर्भ में."
स्थायी युद्धविराम की फिर से मांग
UNICEF ने इस त्रासदी को रोकने के लिए तत्काल और स्थायी युद्धविराम की मांग दोहराई है. उन्होंने कहा, "हम एक बार फिर तत्काल और स्थायी युद्धविराम, बंधकों की रिहाई और सभी पक्षों से नागरिकों, बच्चों और मानवीय कार्यकर्ताओं की सुरक्षा की अपील करते हैं. खाद्य सामग्री, पानी, पोषण और मेडिकल सप्लाई बच्चों तक तुरंत और सुरक्षित रूप से पहुंचनी चाहिए."


