पूर्व हमास कमांडर याह्या सिनवार की हत्या के बाद गाजा से फरार हुई पत्नी, तुर्की में की दूसरी शादी
हमास कमांडर याह्या सिनवार की हत्या के बाद उनकी पत्नी समर अबू ज़मर को गाजा से गुप्त रूप से निकाला गया और तुर्की में पुनः विवाह किया. नकली दस्तावेजों, विदेशी मदद और भारी धन के जरिए यह ऑपरेशन हुआ. आम गाजा निवासियों में इससे गहरा असंतोष है, क्योंकि नेता ऐशोआराम में रहते हैं जबकि जनता संघर्ष करती है.

हमास के सैन्य कमांडर याह्या सिनवार की इजरायली सेना द्वारा हत्या के कुछ महीनों बाद, उनकी पत्नी समर अबू ज़मर को गाजा से बाहर निकाल लिया गया. मिली जानकारी के अनुसार, उन्होंने तुर्की में पुनः विवाह भी कर लिया है. यह सब एक गुप्त अभियान के तहत अंजाम दिया गया, जिसमें उच्च-स्तरीय समन्वय, रसद सहयोग और बड़ी मात्रा में धन शामिल था.
नकली दस्तावेज़ों से मिस्र में प्रवेश
रिपोर्ट के अनुसार, समर अबू ज़मर ने जाली दस्तावेजों की मदद से गाजा से राफ़ा सीमा पार कर मिस्र में प्रवेश किया. इस पूरे ऑपरेशन को हमास के वरिष्ठ नेता और राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य फ़ती हम्माद द्वारा अंजाम दिया गया. कहा जा रहा है कि उन्होंने ही समर की तुर्की में दोबारा शादी की व्यवस्था की.
सुरंग में वीडियो वायरल
जनवरी में इजरायली सेना ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें समर अबू ज़मर अपने बच्चों के साथ एक हमास सुरंग में जाती दिख रही थीं. इससे अनुमान लगाया गया कि वे भूमिगत हो गई हैं. हालांकि, बाद में स्थानीय सूत्रों ने बताया कि वह पहले ही गाजा छोड़ चुकी थीं और तुर्की में रह रही थीं.
विशेष सुविधाएं और रसूख
वाईनेट द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में एक सूत्र ने खुलासा किया कि समर की यह निकासी सामान्य गाजा निवासियों के लिए संभव नहीं होती. इसमें नकली पासपोर्ट, विदेशी मदद, और भारी आर्थिक संसाधनों का उपयोग हुआ, जो केवल उच्च पदस्थ नेताओं को ही उपलब्ध होते हैं.
लग्ज़री हैंडबैग से मचा था बवाल
समर को पहले भी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था, जब उन्हें एक हमास सुरंग में हर्मीस बिर्किन ब्रांड का महंगा हैंडबैग लिए हुए देखा गया था. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और लोगों में रोष पैदा हुआ, क्योंकि आम गाजा निवासियों को संघर्ष झेलना पड़ रहा है जबकि नेता ऐशोआराम की जिंदगी जी रहे हैं.
मुहम्मद सिनवार की पत्नी भी लापता
याह्या सिनवार के भाई मुहम्मद सिनवार की पत्नी नजवा सिनवार भी इजरायली हमले में पति की मौत के बाद से लापता हैं. कुछ रिपोर्टों में दावा किया गया है कि वह भी गाजा छोड़कर किसी सुरक्षित स्थान पर चली गई हैं, लेकिन इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
जनता में रोष
गाजा के एक निवासी ने वाईनेट से कहा, "हमारे बच्चों को तो कब्र में भेज दिया जाता है, जबकि ये नेता अपने बच्चों को तुर्की और कतर में पढ़ने भेजते हैं. इनमें और किसी भ्रष्ट अरब शासक में क्या फर्क रह गया?"
हमास की गुप्त सुरंग
रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि हमास ने वर्षों से एक गुप्त नेटवर्क बना रखा है, जिसके जरिए संघर्ष की स्थिति में नेताओं के परिवारों को निकालने की व्यवस्था की जाती है. इसमें नकली पासपोर्ट, जाली मेडिकल दस्तावेज़ और सहयोगी देशों के राजनयिक संपर्कों का उपयोग होता है.


