अमेरिकी शेयर बाजार में बड़ी गिरावट: क्या वॉल स्ट्रीट में मची उथल-पुथल से सेंसेक्स और निफ्टी को नुकसान होगा?
अमेरिका का शेयर बाजार सोमवार को भारी गिरावट के साथ बंद हुआ. एसएंडपी 500 में भी 2.2% की गिरावट आई है. कई शेयरों में बड़ी गिरावट देखी गई. माइक्रोसॉफ्ट, एनवीडिया, टेस्ला, मेटा और अल्फाबेट सभी में 4-11% की गिरावट आई, जिससे बाजार मूल्य में अरबों का नुकसान हुआ. बाजार पर नजर रखने वालों का कहना है कि व्यापार विवाद बढ़ने की संभावना से निवेशक कॉर्पोरेट आय और वैश्विक आर्थिक विकास को लेकर चिंतित हो रहे हैं.

वॉल स्ट्रीट पर प्रमुख शेयर बाजार सूचकांकों में भारी गिरावट आई है . एसएंडपी 500 में 2.2% की गिरावट आई, डाऊ जोन्स में भी 800 से अधिक अंक की गिरावट आई और नैस्डैक में 3.6% की गिरावट आई, जो हाल के हफ्तों में सबसे तेज गिरावट में से एक है. बड़े टेक स्टॉक को भारी बिकवाली दबाव का सामना करना पड़ा. माइक्रोसॉफ्ट, एनवीडिया, टेस्ला, मेटा और अल्फाबेट सभी में 4-11% की गिरावट आई, जिससे बाजार मूल्य में अरबों का नुकसान हुआ.
अमेरिकी आर्थिक मंदी की आशंका बढ़ने से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है. महंगाई, ब्याज दरों में बढ़ोतरी और भू-राजनीतिक तनावों की चिंताएं पहले से ही बाजारों पर हावी थीं, लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रस्तावित टैरिफ को लेकर नई अनिश्चितता ने बिकवाली को और गहरा कर दिया है. बाजार पर नजर रखने वालों का कहना है कि व्यापार विवाद बढ़ने की संभावना से निवेशक कॉर्पोरेट आय और वैश्विक आर्थिक विकास को लेकर चिंतित हो रहे हैं.
क्या दलाल स्ट्रीट को झटका लगेगा?
क्या यह उथल-पुथल मंगलवार को जब सेंसेक्स और निफ्टी कारोबार के लिए खुलेंगे, तब दलाल स्ट्रीट तक भी फैल सकती है? खैर, एक बात तो पक्की है कि यह घबराहट सिर्फ़ वॉल स्ट्रीट तक सीमित नहीं है. यूरोपीय बाजार पहले ही प्रभावित हो चुके हैं और एशियाई बाजार भी इससे अछूते नहीं रह सकते. दलाल स्ट्रीट में मंगलवार को उथल-पुथल की संभावना है, ख़ास तौर पर सूचना आईटी के शेयर जो कारोबार के लिए अमेरिका पर निर्भर हैं.
भारत में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) का दबदबा है, इसलिए सभी की निगाहें उनके अगले कदम पर टिकी होंगी. अगर वे बड़ी रकम निकालना जारी रखते हैं, तो निवेशकों को आने वाले सत्रों में भारी उतार-चढ़ाव की उम्मीद करनी चाहिए.
आपको बता दें कि दलाल स्ट्रीट पर सोमवार का कारोबारी सत्र सकारात्मक रुख के साथ शुरू हुआ, लेकिन अंत में सुस्ती के साथ समाप्त हुआ . निफ्टी 50 0.41% की गिरावट के साथ 22,460.30 पर बंद हुआ और सेंसेक्स भी लाल निशान में पहुंच गया. मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट आई, जो 1.8% से 2.4% के बीच लुढ़क गए.
आगे क्या होगा?
घरेलू बाजार के निवेशकों की निगाह इस सप्ताह भारत और अमेरिका दोनों के महंगाई के आंकड़ों पर रहेगी. इसके नतीजे अगले बड़े कदम की दिशा तय कर सकते हैं. तब तक, उतार-चढ़ाव भरे सफर के लिए तैयार रहें. दीर्घावधि निवेशक इसे खरीदारी के अवसर के रूप में देख सकते हैं, लेकिन अल्पावधि व्यापारियों के लिए सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है.


