मिसाइलों का काल! चीन के नए महाशक्ति रडार ने बढ़ाई दुनिया की धड़कन
China radar system: चीन ने अपनी रक्षा तकनीक में एक और बड़ी छलांग लगाते हुए एक एडवांस चरणबद्ध-सरणी रडार (LPAR) सिस्टम दुनिया के सामने पेश किया है. यह हाईटेक रडार हजारों किलोमीटर दूर तक मिसाइलों को ट्रैक और नष्ट करने की क्षमता रखता है, जिसमें हाइपरसोनिक मिसाइलें भी शामिल हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, यह सिस्टम चीन की सुरक्षा रणनीति में बड़ा बदलाव ला सकता है.

China radar system: चीन अपनी सैन्य ताकत को लगातार बढ़ा रहा है और इस बार उसने एक ऐसा रडार सिस्टम दुनिया के सामने पेश किया है, जो उसकी रक्षा क्षमताओं को और मजबूत करता है. यह एडवांस लंबी दूरी का चरणबद्ध-सरणी रडार (LPAR) सिस्टम है, जो हजारों किलोमीटर दूर तक मिसाइलों को ट्रैक और नष्ट करने की क्षमता रखता है. विशेषज्ञों का कहना है कि यह सिस्टम हाइपरसोनिक मिसाइलों को भी गिराने की क्षमता रखता है, जो वर्तमान में दुनिया के किसी भी अन्य देश के पास नहीं है. चीन ने इस हाईटेक रडार सिस्टम का वीडियो जारी किया है, जिसमें इसे एक विशाल रडार स्टेशन के रूप में दिखाया गया है.
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चीनी नववर्ष के मौके पर सेना को संबोधित करते हुए इस रडार सिस्टम का जिक्र किया. आमतौर पर चीन अपने एडवांस डिफेंस टेक्नोलॉजी को गोपनीय रखता है, लेकिन इस बार उसने इसे सार्वजनिक किया है. यह कदम वैश्विक सुरक्षा संतुलन को बदलने वाला साबित हो सकता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि चीन ने यह रणनीतिक कदम उठाकर अपनी रक्षा प्रणाली को और अधिक शक्तिशाली बना लिया है.
चीन की सैन्य रणनीति में बड़ी छलांग
चीन का नया रडार सिस्टम लंबी दूरी के खतरों का सटीक पता लगाने और उन्हें नष्ट करने की क्षमता रखता है. चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) द्वारा जारी वीडियो में एक विशाल रडार स्टेशन दिखाया गया है, जिसके सामने सैनिक निगरानी करते नजर आ रहे हैं. यह पहली बार नहीं है जब चीन ने अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन किया है. इससे पहले भी वह फिफ्थ जनरेशन फाइटर जेट्स और बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण कर दुनिया को चौंका चुका है.
हाइपरसोनिक मिसाइलों पर नजर
चीन का यह नया रडार सिस्टम हाइपरसोनिक मिसाइलों को ट्रैक करने में सक्षम बताया जा रहा है. यह तकनीक दुनिया के किसी भी देश के पास नहीं है. हालांकि, रूस ने अपने एस-500 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को हाइपरसोनिक मिसाइलों को रोकने में सक्षम बताया है, लेकिन इसका परीक्षण अब तक नहीं हुआ है. डिफेंस एक्सपर्ट्स के मुताबिक, चीन अपने 'पूर्व चेतावनी प्रणाली' को मजबूत कर रहा है, ताकि किसी भी संभावित हमले का समय रहते पता लगाया जा सके और जवाबी कार्रवाई की जा सके.
PLA का रणनीतिक रडार सिस्टम
चीन के इस रडार सिस्टम को एक "स्ट्रैटेजिक रडार सिस्टम" बताया जा रहा है, जो हजारों किलोमीटर की दूरी से आने वाली मिसाइलों को ट्रैक कर सकता है. रिपोर्ट के अनुसार, यह रडार पारंपरिक रडार सिस्टम से कई गुना तेज स्कैनिंग करता है और अत्यधिक सटीकता के साथ खतरे का पता लगाता है. पूर्व चीनी सैन्य अधिकारी सोंग झोंगपिंग के अनुसार, "युद्ध की स्थिति में 'पूर्व चेतावनी' बहुत महत्वपूर्ण होती है, जिससे प्रभावी जवाबी कार्रवाई की जा सके. चीन का यह नया सिस्टम गेमचेंजर साबित हो सकता है."
रडार स्टेशन की लोकेशन रहस्य बनी
चीनी मीडिया रिपोर्ट्स में इस रडार स्टेशन की तैनाती को लेकर कोई खुलासा नहीं किया गया है. हालांकि, ताइवान के डिफेंस एक्सपर्ट जोसेफ वेन ने इसे एक "प्रारंभिक चेतावनी स्टेशन" बताया है, जिसे 2011 में विकसित किया गया था और 2021 में इसका अपग्रेड पूरा किया गया. रिपोर्ट्स के अनुसार, यह रडार सिस्टम इलेक्ट्रॉनिक रूप से नियंत्रित सरणियों का उपयोग करता है, जिससे यह कई दिशाओं में एक साथ निगरानी कर सकता है और तेजी से प्रतिक्रिया दे सकता है.
चीन की सैन्य रणनीति
चीन अपनी सैन्य शक्ति को लगातार बढ़ा रहा है और यह नया रडार सिस्टम उसकी वैश्विक रणनीति को और मजबूत करता है. बीते साल चीन ने एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था, जो उसकी बढ़ती सैन्य क्षमता को दर्शाता है. इसके अलावा, चीन HQ-19 जैसी एडवांस एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम भी विकसित कर रहा है, जिसे अमेरिकी THAAD सिस्टम के समकक्ष माना जा रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि चीन का यह नया रडार सिस्टम वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य को प्रभावित कर सकता है और अमेरिका, रूस व अन्य देशों के लिए नई चुनौती पेश कर सकता है.