सीजफायर के पीछे चीन का चालाक खेल: पाकिस्तान के साथ मिलकर सीमा पर रच रहा घातक साजिशें
चीन ने भारत पाकिस्तान तनाव में सीजफायर की बात तो की, लेकिन असल में ड्रैगन ने पाकिस्तान के साथ मिलकर भारत के खिलाफ खुला मोर्चा खोल दिया है. इस खबर जानिए चीन की 10 अहम हरकते जो उसकी सच्चाई बयां करती हैं

इंटरनेशनल न्यूज. एक ओर जहां भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को कम करने के िलए चीन शांति और सीजफायर की बात करता नजर आता है, वहीं दूसरी ओर वह खुद खामोशी से भारत के खिलात साजिशें की तानाबाना बुन रहा है, बीजिंग से लेकर नई दिल्ली स्थित चीनी दूतावास तक, राजनयिक चैनल सक्रिय है. मगर यह सक्रितयता एक तरफा नहीं बल्कि बहुत कुछ छिपाने का प्रयास कर रही है. दरअसल, चीन पाकिस्तान के सहारे भारत को चौतरफा घेरने की रणनीति पर काम कर रहा है. चीन और पाकिस्तान दोनों भारत के पड़ोसी हैं. चीन के साथ भारत की 3,488 किलोमीटर लंबी सीमा जुड़ी है जबकि पाकिस्तान के साथ 3,323 किलोमीटर. इसी सीमा पर चीन ने अपनी शतरंजी चालें बिछानी शुरू कर दी हैं.
चीन की चालबाजियां: 10 ठोस प्रमाण
1. हथियार और तकनीक की आपूर्ति
चीन ने पाकिस्तान को अत्याधुनिक विंग लूंग ड्रोन, HQ-16 मिसाइल और बैलिस्टिक मिसाइल तकनीक दी है, जिन्हें भारत विरोधी गतिविधियों में खुलकर इस्तेमाल किया जा रहा है.
2. पीओके में सेना की तैनाती
CPEC के नाम पर चीन ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी और प्राइवेट मिलिट्री कंपनियों की तैनाती की है.
3. आतंकियों को ढाल
संयुक्त राष्ट्र में चीन कई बार मसूद अजहर जैसे कुख्यात आतंकियों को वैश्विक आतंकी घोषित करने में बाधा बना. UN में वह पाकिस्तान की पैरवी करता रहता है.
4. 'ऑल वेदर फ्रेंडशिप' की आड़ में भारत विरोध
बीजिंग ने यह घोषित किया है कि वो हर परिस्थिति में पाकिस्तान के साथ रहेगा, भले ही वह भारत के खिलाफ क्यों न हो.
5. सीमा पर संयुक्त सैन्य अभ्यास
पाकिस्तान और चीन ने मिलकर भारतीय सीमा के नज़दीक कई बार युद्धाभ्यास किए हैं, जिनका मकसद भारत को सीधा संदेश देना रहा.
6. गलवान के बाद एलओसी पर फायरिंग
जब लद्दाख में भारत-चीन के बीच तनाव चरम पर था, उसी दौरान पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी बढ़ा दी, जो एक समन्वित रणनीति की ओर इशारा करता है.
7. ड्रोन जासूसी और पाकिस्तान कनेक्शन
पंजाब और जम्मू-कश्मीर में पकड़े गए कई ड्रोन चीन निर्मित थे, जो पाकिस्तान से ऑपरेट हो रहे थे.
8. आंतरिक मामलों में दखल:
चीन ने अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले का विरोध किया और उसे संयुक्त राष्ट्र में उठाने में पाकिस्तान का साथ दिया. साथ ही, अरुणाचल को लेकर भी विवाद को हवा दी.
9. साइबर हमलों में साझेदारी
भारतीय रक्षा, रेलवे और ऊर्जा क्षेत्रों पर चीन और पाकिस्तान की मिलीभगत से साइबर अटैक हुए, जो डाटा युद्ध की नई शक्ल है.
10. मंचों पर पाकिस्तान की बकालत
UN, BRICS और SCO जैसे अंतराष्ट्रीय मंचों पर चीन बार-बार पाकिस्तान को आतंकवाद से जोड़ने के आरोपों से बचाने का प्रयास करने की कोशिश करता है


