रूस से कैसे युद्ध लड़ेगा यूक्रेन? हथियार खरीदने के लिए खजाने में आई 800 मिलियन डॉलर की कमी, जानें क्या है जेलेस्की का अगला प्लान
यूक्रेन राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बताया कि अमेरिकी हथियार खरीद योजना में 800 मिलियन डॉलर की कमी है. यूरोपीय मदद के बावजूद वित्तीय संकट बरकरार है. संशोधित शांति प्रस्ताव अमेरिका को सौंपा जाएगा, वहीं ट्रंप ने प्रस्ताव न पढ़ने का आरोप लगाते हुए नाराजगी जताई.

नई दिल्लीः यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने सोमवार को बताया कि इस साल अमेरिका से हथियार खरीदने की उनकी योजना में भारी वित्तीय कमी सामने आई है. उनके अनुसार, यूरोपीय सहयोगी देशों के समर्थन के बावजूद यूक्रेन की सैन्य तैयारी के लिए आवश्यक धन में करीब 800 मिलियन डॉलर की कमी बनी हुई है. यह खुलासा ऐसे समय में हुआ है जब यूक्रेन रूस के साथ लंबे युद्ध के दबाव में अपनी सुरक्षा क्षमताओं को मजबूत करने की कोशिश कर रहा है.
ब्रुसेल्स यात्रा के दौरान यूरोपीय नेताओं से चर्चा
ब्रुसेल्स रवाना होने से पहले ज़ेलेंस्की ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि लंदन में ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस के शीर्ष नेताओं के साथ उनकी हालिया चर्चाएं काफी प्रोडक्टिव रहीं. उन्होंने कहा कि इन वार्ताओं का मुख्य उद्देश्य यूक्रेन को अतिरिक्त सैन्य सहायता दिलाना और युद्ध को समाप्त करने के लिए एक मजबूत कूटनीतिक ढांचा तैयार करना था.
जेलेंस्की के अनुसार, यूरोप के कई राष्ट्र यूक्रेन को डिफेंस सिस्टम, मिसाइलों और आधुनिक सैन्य उपकरणों की खरीद में मदद करने के इच्छुक हैं, लेकिन मौजूदा वित्तीय अंतर यूक्रेन के प्रयासों को चुनौती दे रहा है.
अमेरिका के साथ शांति योजना साझा करेगा यूक्रेन
जेलेंस्की ने बताया कि यूक्रेन ने अपनी शांति योजना में संशोधन कर लिया है और इसे मंगलवार (9 दिसंबर) को अमेरिका के साथ साझा किया जाएगा. यह प्रस्ताव रूस के साथ चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए तैयार किया गया है.
हालांकि, अमेरिकी शांति प्रयासों को हाल ही में बड़ा झटका लगा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और उनके दामाद जेरेड कुशनेर पिछले सप्ताह इस संशोधित शांति प्रस्ताव को लेकर मॉस्को पहुंचे थे, लेकिन उनकी यह कूटनीतिक यात्रा किसी ठोस परिणाम तक नहीं पहुंच सकी.
यूक्रेन-अमेरिका वार्ता मियामी में भी विफल
मॉस्को से लौटने के बाद विटकॉफ और कुशनेर ने मियामी में यूक्रेन के अधिकारियों के साथ कई दौर की बातचीत की, जो शनिवार (6 दिसंबर) को समाप्त हुई. इन बैठकों का उद्देश्य दोनों पक्षों के बीच शांति प्रस्ताव पर सैद्धांतिक सहमति बनाना था, लेकिन यह प्रयास भी सफल नहीं हो सका.
जेलेंस्की ने इन वार्ताओं को रचनात्मक, लेकिन बेहद चुनौतीपूर्ण बताया. उन्होंने स्वीकार किया कि यूक्रेन अमेरिका की शांति पहल का सम्मान करता है, लेकिन कोई भी समझौता यूक्रेन की संप्रभुता और सुरक्षा से समझौता किए बिना ही संभव है.
ट्रंप की नाराजगी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार (7 दिसंबर) को जेलेंस्की को लेकर अपनी नाराजगी सार्वजनिक रूप से व्यक्त की. उन्होंने दावा किया कि यूक्रेन के राष्ट्रपति ने अमेरिकी समर्थित हालिया प्रस्तावों को ठीक से पढ़ा तक नहीं है. ट्रंप ने इस बात पर गहरी निराशा जताई कि यूक्रेन अमेरिका की ओर से दिए गए समाधान के विकल्पों पर तत्काल और स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दे रहा.


