भारत को भ्रम में नहीं रहना चाहिए...पाकिस्तान का सीडीएफ बनते ही असीम मुनीर देने लगे गीदड़ भभकी
पाकिस्तान के पहले सीडीएफ बने फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने पदभार संभालते ही भारत को कड़ी चेतावनी दी कि किसी भी आक्रमण पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया पहले से अधिक कठोर होगी. उन्होंने तीनों सेनाओं के एकीकरण, आधुनिक युद्ध और नए रक्षा ढांचे पर जोर दिया.

नई दिल्लीः पाकिस्तान के पहले चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज (सीडीएफ) के रूप में पदभार संभालने के बाद फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने अपने उद्घाटन भाषण में भारत को एक बार फिर सख्त चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि भविष्य में यदि भारत की ओर से किसी भी तरह का आक्रमण होता है, तो पाकिस्तान की प्रतिक्रिया पहले से कहीं अधिक तीव्र, निर्णायक और कठोर होगी.
गार्ड ऑफ ऑनर के बाद वरिष्ठ अधिकारियों को संबोधित करते हुए मुनीर का बयान साफ संकेत देता है कि नया रक्षा ढांचा भारत-पाक तनावों के बीच अधिक आक्रामक रणनीति अपनाने की कोशिश में है.
भारत को चेतावनी
अपने संबोधन के दौरान फील्ड मार्शल मुनीर ने दावा किया कि पाकिस्तान की सैन्य क्षमता पहले से ज्यादा मजबूत और संगठित है. उन्होंने कहा कि भारत को किसी भी प्रकार की गलतफहमी नहीं रखनी चाहिए. यदि भविष्य में कोई आक्रमण होता है, तो पाकिस्तान की प्रतिक्रिया कहीं अधिक तीव्र और सख्त होगी. यह बयान ऐसे समय आया है जब क्षेत्रीय सुरक्षा माहौल लगातार बदल रहा है और दोनों देशों के संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं.
रक्षा बल मुख्यालय की स्थापना को ‘ऐतिहासिक’ कदम बताया
मुनीर ने अपने भाषण में नवगठित डिफेंस फोर्सेज़ हेडक्वार्टर (DFHQ) को पाकिस्तान की सैन्य संरचना में एक बड़ा परिवर्तन बताया. इस नए मुख्यालय का उद्देश्य तीनों सेनाओं थलसेना, नौसेना और वायुसेना को एकीकृत कमान ढांचे के तहत जोड़कर मल्टी-डोमेन ऑपरेशन को अधिक प्रभावी बनाना है. उन्होंने कहा कि आधुनिक युद्ध की मांगों को देखते हुए सेनाओं का समन्वय समय की प्रमुख आवश्यकता बन गया है.
तीनों सेनाओं का एकीकरण
मुनीर ने स्पष्ट किया कि रक्षा बल मुख्यालय तीनों सेनाओं की कार्यप्रणाली को बेहतर तालमेल में लाएगा, लेकिन उनकी व्यक्तिगत पहचान और संगठनात्मक ढांचा बरकरार रहेगा. उन्होंने कहा कि उच्च-स्तरीय समन्वय के माध्यम से तीनों सेनाएँ एक-दूसरे के पूरक के रूप में काम करेंगी, जबकि उनकी स्वायत्तता बनी रहेगी. इस मॉडल को पाकिस्तान भविष्य के युद्धों को ध्यान में रखते हुए एक रणनीतिक निवेश के रूप में देख रहा है.
आधुनिक युद्ध की नई चुनौतियां
मुनीर ने अपने संबोधन में युद्ध के बदलते स्वरूप का विस्तृत उल्लेख किया. उनके अनुसार युद्ध अब केवल जमीन या हवा तक सीमित नहीं हैं, बल्कि साइबरस्पेस, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक स्पेक्ट्रम, अंतरिक्ष, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्वांटम कंप्यूटिंग जैसी नई तकनीकों ने युद्ध के दायरे को काफी विस्तृत कर दिया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अब इन नई चुनौतियों के अनुरूप अपनी तैयारी और सैन्य क्षमताओं को ढालना होगा.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रमोशन
रिपोर्ट के मुताबिक ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत द्वारा पाकिस्तान को भारी क्षति पहुंचाए जाने के बाद असीम मुनीर को फील्ड मार्शल बनाया गया था. वे पाकिस्तान के इतिहास में दूसरे व्यक्ति हैं जिन्हें यह पद मिला है. लगभग 60 साल बाद देश को नया फील्ड मार्शल मिला है.
सीडीएफ पद का निर्माण राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी द्वारा सैन्य संशोधन विधेयक 2025 को मंजूरी देने के बाद हुआ. अब मुनीर पांच साल के कार्यकाल के लिए सेना प्रमुख और सीडीएफ दोनों जिम्मेदारियां संभालेंगे.
समारोह में शीर्ष सैन्य नेतृत्व की मौजूदगी
इस ऐतिहासिक मौके पर एयर चीफ मार्शल जहीर अहमद बाबर सिद्धू, नौसेना प्रमुख एडमिरल नवीद अशरफ सहित तीनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे. यह पाकिस्तान की नई संयुक्त सैन्य संरचना की शुरुआत का प्रतीक माना जा रहा है.


