Iran-Israel Conflict: आठवें दिन युद्ध और भड़का, ईरान ने इजरायल पर दागे क्लस्टर मिसाइल
Iran-Israel Conflict: ईरान और इजरायल के बीच जारी संघर्ष अब और भी खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है. युद्ध के आठवें दिन ईरान ने क्लस्टर बमों से लैस मिसाइलें इजरायल पर दागीं, जिनमें एक अस्पताल को गंभीर नुकसान पहुंचा. इससे पहले इजरायल ने ईरान की परमाणु सुविधाओं पर एयरस्ट्राइक की थी.

Iran-Israel Conflict: ईरान और इजरायल के बीच जारी तनावपूर्ण संघर्ष अपने आठवें दिन में प्रवेश कर चुका है. शुक्रवार को दोनों देशों के बीच मिसाइल और ड्रोन हमले हुए, जिसमें अब तक का सबसे बड़ा बदलाव यह रहा कि ईरान ने पहली बार क्लस्टर बमों का इस्तेमाल किया. यह हमला दक्षिणी इजरायल के एक अस्पताल को निशाना बनाते हुए किया गया, जिसमें कई लोग घायल हुए हैं.
इससे पहले इजरायल ने ईरान की परमाणु सुविधाओं पर हवाई हमले किए थे. इसके जवाब में तेहरान ने क्लस्टर म्यूनिशन से लैस मिसाइलें दागीं. इस हमले को अब तक के संघर्ष का सबसे बड़ा उकसावा माना जा रहा है. युद्धविराम या कूटनीतिक समाधान की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है.
इजरायल ने ईरान की परमाणु साइट्स पर किए हमले
इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने शुक्रवार को ईरान के कई सैन्य और परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया. इनमें उन साइट्स को खासतौर पर निशाना बनाया गया जो ईरान के परमाणु कार्यक्रम से जुड़ी हैं. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दावा किया कि "हम अपनी सैन्य योजना के तय समय से आगे बढ़ चुके हैं और ईरान की सभी परमाणु साइट्स को निशाना बना सकते हैं, यहां तक कि फोर्डो जैसे किलेबंद ठिकाने को भी."
ईरान ने किया क्लस्टर बम से जवाबी हमला
इजरायल के हमले के जवाब में ईरान ने शुक्रवार को मिसाइलों और ड्रोनों की बारिश कर दी. इसमें पहली बार क्लस्टर बमों का प्रयोग हुआ, जिससे इजरायल के एक अस्पताल को गंभीर नुकसान पहुंचा. इस हमले में 71 लोग घायल हो गए, जिनमें से अधिकतर को मामूली चोटें आईं या पैनिक अटैक के कारण इलाज की जरूरत पड़ी.
नेतन्याहू की ईरान को चेतावनी
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कड़े शब्दों में चेतावनी दी, "ईरान के नेतृत्व को इस हमले की पूरी कीमत चुकानी होगी." उन्होंने यह भी कहा कि इजरायल अपनी सैन्य रणनीति में अपेक्षा से कहीं आगे बढ़ चुका है.
अमेरिका दो हफ्तों में ले सकता है बड़ा फैसला
व्हाइट हाउस ने जानकारी दी है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दो हफ्तों के भीतर यह निर्णय लेंगे कि अमेरिका इजरायल का सैन्य समर्थन करेगा या नहीं. इस घोषणा के पीछे यह जानकारी भी दी गई कि ईरान "कुछ ही हफ्तों में" परमाणु हथियार तैयार कर सकता है, यदि देश के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई से इसकी मंजूरी मिलती है.
गुप्त वार्ताएं और IRGC में बड़ा बदलाव
सूत्रों के मुताबिक, ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराकची के बीच कई बार फोन पर बातचीत हुई है. इसी बीच, ईरान ने इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) के खुफिया विभाग में नया प्रमुख नियुक्त किया है. ब्रिगेडियर जनरल माजिद खादमी को नया खुफिया प्रमुख बनाया गया है. वे मोहम्मद काजेमी की जगह लेंगे, जो इजरायली हमले में मारे गए थे.
अमेरिका ने कतर से हटाए अपने सैन्य विमान
तेज होते तनाव के बीच अमेरिका ने कतर स्थित अपने एक प्रमुख एयरबेस से करीब 40 सैन्य विमानों को हटाया है. यह कदम ईरान द्वारा संभावित हमले से अमेरिकी संपत्तियों को बचाने के लिए उठाया गया बताया जा रहा है.


