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इजरायल ने कतर की राजधानी दोहा पर किया हमला, हमास नेताओं का बनाया निशाना

कतर की राजधानी दोहा में हुए जोरदार धमाकों में इजरायली सेना ने हमास के वरिष्ठ नेताओं को निशाना बनाया, जिनमें खलील अल-हय्या भी शामिल रहे. IDF ने इसे सटीक हमला बताते हुए 7 अक्टूबर की घटनाओं से जोड़ा. हमले ने गाजा युद्धविराम और बंधकों की वार्ता को जटिल बना दिया. कतर ने इस कार्रवाई को 'कायरतापूर्ण' करार देकर कड़ी निंदा की.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

कतर की राजधानी दोहा में मंगलवार को कई जोरदार विस्फोटों ने पूरे शहर को हिला दिया. इजरायली सेना ने पुष्टि की कि यह हमला हमास के वरिष्ठ नेताओं को निशाना बनाकर किया गया था. बताया जा रहा है कि हमले का केंद्र बिंदु निर्वासित गाजा प्रमुख और संगठन के शीर्ष वार्ताकार खलील अल-हय्या समेत अन्य वरिष्ठ हमास नेता थे.

इजरायली सेना का बयान

इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) और सुरक्षा एजेंसी (ISA) ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि यह एक सटीक हमला था. सेना के अनुसार, हमास के इन नेताओं ने वर्षों से संगठन के आतंकी अभियानों की अगुवाई की और 7 अक्टूबर की हिंसक घटनाओं के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार रहे. बयान में यह भी कहा गया कि यही नेतृत्व इजरायल के खिलाफ युद्ध का संचालन और प्रबंधन कर रहा था.

हमास नेतृत्व पर वार

दोहा में यह हमला हमास अधिकारियों की हत्या के प्रयास का हिस्सा बताया जा रहा है. उल्लेखनीय है कि हमास का राजनीतिक ब्यूरो लंबे समय से कतर में ही सक्रिय है. यही दफ्तर कई बार इजरायल और हमास के बीच मध्यस्थता वार्ता का केंद्र भी रहा है. कतर की इस भूमिका को देखते हुए इस हमले ने क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ा दिया है.

नागरिकों की सुरक्षा का दावा

इजरायली सेना ने कहा कि उसने नागरिकों को कम से कम नुकसान पहुंचाने की पूरी कोशिश की. इसके लिए उन्होंने अतिरिक्त खुफिया जानकारी जुटाई और केवल सटीक हथियारों का इस्तेमाल किया. सेना के अनुसार, ऑपरेशन का मकसद सिर्फ हमास के वरिष्ठ नेतृत्व को निशाना बनाना था, न कि आम नागरिकों को.

वार्ता पर पड़ सकता है असर

हमास के वरिष्ठ नेतृत्व पर इस हमले ने गाजा युद्धविराम और बंधकों की रिहाई पर चल रही संभावित वार्ता को जटिल बना दिया है. हमास का राजनीतिक आधार कतर में होने से अब मध्यस्थता की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो गए हैं. यह हमला वार्ता प्रक्रिया को और अधिक कठिन बना सकता है, जिससे क्षेत्र में शांति प्रयासों को बड़ा झटका लग सकता है.

कतर की तीखी प्रतिक्रिया

कतर ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और इसे 'कायरतापूर्ण' करार दिया है. कतर सरकार का कहना है कि हमास अधिकारियों को निशाना बनाना न केवल अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है बल्कि क्षेत्रीय शांति प्रयासों पर सीधा हमला भी है. कतर ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस कार्रवाई की निंदा करने और क्षेत्र में स्थिरता बहाल करने के लिए कदम उठाने की अपील की है.

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09 September 2025, 07:23 PM IST

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