Russia Ukraine War: जुलाई बना तबाही का महीना, रूस ने 5,100 बम और 3,800 ड्रोन से यूक्रेन पर बरपाया कहर... 31 लोगों की मौत
रूस-यूक्रेन युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है. हाल ही में रूस ने कीव पर बड़ा हवाई हमला किया, जिसमें 31 लोगों की मौत हुई और 150 से अधिक घायल हुए. मरने वालों में 5 बच्चे भी शामिल थे. यह अब तक का सबसे भयावह हमला बताया गया है. राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से रूस पर और सख्त आर्थिक प्रतिबंध लगाने की मांग की है.

रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है. एक ओर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव में शांति वार्ताएं होती हैं, लेकिन उनका कोई असर ज़मीन पर नजर नहीं आता. दोनों देश लगातार एक-दूसरे पर ड्रोन और मिसाइल हमले कर रहे हैं. इस जंग की सबसे बड़ी कीमत आम लोग चुका रहे हैं, जिनकी ज़िंदगियाँ हर रोज़ दहशत और मातम में बदलती जा रही हैं.
कीव में रूस का कहर, 31 की मौत
अब तक का सबसे भयानक हमला
राष्ट्रपति जेलेंस्की के अनुसार, इस हमले में मारे गए लोगों में सबसे छोटा बच्चा मात्र दो साल का था, जबकि 16 बच्चे घायल हुए हैं. सरकार के मुताबिक, अक्तूबर 2022 से शुरू हुई हवाई हमलों की श्रृंखला में यह कीव पर सबसे जानलेवा हमला था जिसमें बच्चों की सबसे अधिक मौत और चोटें दर्ज की गई हैं.
नौ मंजिला इमारत ढही, 100 से ज़्यादा प्रभावित
रूस द्वारा किए गए बमबारी में कीव की एक नौ मंज़िला रिहायशी इमारत का बड़ा हिस्सा पूरी तरह तबाह हो गया. इसके अलावा 100 से अधिक अन्य इमारतें, जिनमें स्कूल, अस्पताल, मेडिकल क्लिनिक, विश्वविद्यालय और बालवाड़ी शामिल हैं, गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गईं. यह हमले ऐसे समय में हो रहे हैं जब अमेरिका समेत पश्चिमी देशों के नेता नागरिक क्षेत्रों पर हमले रोकने की अपील कर रहे हैं, लेकिन रूस इन मांगों की अनदेखी कर रहा है.
5,000 से ज्यादा बम गिराए
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बताया कि सिर्फ जुलाई महीने में ही रूस ने 5,100 से ज्यादा ग्लाइड बम, 3,800 से अधिक ड्रोन, और 260 विभिन्न प्रकार की मिसाइलें, जिनमें 128 बैलिस्टिक मिसाइलें भी शामिल थीं, यूक्रेन पर दागीं. यह आंकड़े दिखाते हैं कि युद्ध किस स्तर पर पहुंच गया है और इसमें आम नागरिक सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं.
जेलेंस्की ने मांगा आर्थिक प्रतिबंध
हालांकि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस पर हमले रोकने के लिए कई बार अपील की है, लेकिन शांति वार्ताओं का कोई ठोस असर नहीं दिखा. यूक्रेनी राष्ट्रपति ने दुनिया भर के देशों से रूस पर और भी कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाने की मांग की है. उन्होंने कहा, "चाहे क्रेमलिन सरकार इन प्रतिबंधों को मानने से इनकार करे, लेकिन वे असर कर रहे हैं और उन्हें और मजबूत करने की ज़रूरत है."
तीन साल बाद भी युद्ध बेरहम
तीन साल से अधिक समय से चल रहा यह युद्ध अब एक मानवता के संकट में बदल चुका है. कीव का यह हालिया हमला इस बात की याद दिलाता है कि इस जंग में सबसे ज्यादा नुकसान आम लोगों को हो रहा है. बच्चे, महिलाएं, बूढ़े सभी इस हिंसा की चपेट में आ रहे हैं. और जब तक वैश्विक स्तर पर मजबूत कार्रवाई नहीं होती, तब तक यह युद्ध यूं ही लोगों की ज़िंदगियों को तबाह करता रहेगा.


