ईरान-इजरायल जंग में नया मोड़: तेल अवीव पर मिसाइल अटैक, अमेरिकी कौंसुलेट भी चपेट में
मध्य पूर्व में चल रही ईरान-इजरायल जंग अब न केवल पूरे क्षेत्र को अपनी चपेट में ले चुकी है, बल्कि अमेरिका तक इसकी आंच पहुंच चुकी है. रविवार रात ईरान ने इजरायल पर जबरदस्त मिसाइल हमले किए, जिनमें 5 नागरिकों की मौत और करीब 100 लोग घायल हो गए. हमले इतने व्यापक थे कि तेल अवीव स्थित अमेरिकी कौंसुलेट भी इसकी चपेट में आ गया.

ईरान और इजरायल के बीच छिड़ी जंग ने अब खतरनाक मोड़ ले लिया है. ईरान की ओर से इजरायल पर रविवार रात किए गए मिसाइल हमलों में जहां 5 लोगों की मौत हुई है, वहीं करीब 100 लोग घायल हुए हैं. इन हमलों में इमारतों को भी बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है. इतना ही नहीं, तेल अवीव स्थित अमेरिकी कौंसुलेट भी इन मिसाइल हमलों की चपेट में आ गया है. हालांकि, अमेरिकी राजदूत माइक हकाबी ने साफ किया कि कोई भी कर्मचारी घायल नहीं हुआ है. वहीं, इस हमले से बौखलाए इजरायल ने अब ईरान को खुली धमकी दी है. इसकी कीमत तेहरान के लोगों को चुकानी होगी.
ईरान की मिसाइल बौछार
रविवार की रात ईरान ने इजरायल पर मिसाइलों की बरसात कर दी. राजधानी तेल अवीव समेत कई शहरों में धमाकों की आवाजों से दहशत फैल गई. इन हमलों में जहां दर्जनों इमारतें क्षतिग्रस्त हुईं, वहीं अब तक 5 नागरिकों की मौत और लगभग 100 के घायल होने की पुष्टि हुई है. अमेरिका के कौंसुलेट पर भी मिसाइल गिरी, जिससे मामूली नुकसान हुआ. अमेरिका के इजरायल में राजदूत माइक हकाबी ने कहा, हमारे कौंसुलेट को हल्का नुकसान पहुंचा है, लेकिन सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं.
इजरायल की 'तेहरान' को धमकी- अब तुम भुगतो
ईरानी हमलों के बाद इजरायल अब पलटवार की मुद्रा में आ चुका है. डिफेंस मिनिस्टर इजरायल कार्ट्ज ने सख्त लहजे में कहा कि ईरान ने हमारे नागरिकों को निशाना बनाया है, अब उसकी राजधानी तेहरान को इसका खामियाजा भुगतना होगा. उन्होंने कहा कि ईरान के कायर तानाशाह ने युद्ध से नहीं, नागरिकों को मारकर अपनी कमजोरी दिखाई है. लेकिन अब जवाब उसी भाषा में मिलेगा.
तेहरान में अफरातफरी
इजरायल की धमकी के बाद ईरान की राजधानी तेहरान में भारी दहशत है. पेट्रोल पंपों और गैस स्टेशनों पर लंबी कतारें हैं. लोग अपना सामान गाड़ियों में भरकर दूर-दराज इलाकों की ओर निकल रहे हैं. शहर की सड़कों पर भारी जाम की स्थिति है. स्थानीय लोगों को आशंका है कि अगली रात जानलेवा हो सकती है. अब तक के आंकड़ों के अनुसार, इजरायली हमलों में 224 ईरानी नागरिक मारे जा चुके हैं, जबकि ईरान के जवाबी हमलों में 14 इजरायली नागरिकों की मौत और लगभग 400 लोगों के घायल होने की खबर है.
शांति की कोई उम्मीद नहीं
इस जंग को शुरू हुए अब चार दिन हो चुके हैं, लेकिन किसी भी पक्ष की ओर से संघर्ष विराम के संकेत नहीं मिले हैं. अब जब अमेरिकी कौंसुलेट भी मिसाइल हमलों की चपेट में आ गया है, जंग और विकराल होती जा रही है. अमेरिका का कहना है कि उसने इजरायल के हमलों में कोई भूमिका नहीं निभाई है, लेकिन इन हमलों को 'सटीक' और 'आवश्यक' बताते हुए अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन जरूर दिया है. ईरान के लिए यह अस्तित्व और वर्चस्व की लड़ाई


